खेल पर बनी फ़िल्में बहुत जरुरी है: रनदीप हुडा
अभिनेता रनदीप हुडा, जिन्होंने “दो लफ्झों की कहानी” में मिश्र मार्शल आर्ट्स (एम.एम.ए.) के ख़िलाड़ी की भूमिका की है |
अभिनेता रनदीप हुडा, जिन्होंने “दो लफ्झों की कहानी” में मिश्र मार्शल आर्ट्स (एम.एम.ए.) के ख़िलाड़ी की भूमिका की है और “सुलतान” में सुपरस्टार सलमान खान के कुश्ती कोच के रूप में दिखाई देंगे, कहते हैं की खेल पर बनी फिल्में बहुत जरुरी है।
“खेल पर फिल्में बनाना बहुत जरुरी है। यह खेल की संस्कृति को जन्म देतीं हैं, जो मेरे ख्याल से देश के लिए जरुरी है,” रनदीप ने आयएएनएस को मुंबई से फोन पर बताया जहाँ वो गुरुवार को अक्षरा सेंटर और एरियल इंडिया के #ShareTheLoad कोर्स के लॉन्च पर थे।
“मुष्ठियुद्ध और एमएमए पर आधारित “दो लफ्झों की कहानी” या “सुलतान” जैसी फ़िल्में खेल को पूरी तरह से समविष्ट करतें हैं। खेल पर या मुष्ठियुद्ध पर आधारित फिल्मों – जो होलीवुड में एक अलग रचानाबंध है - की पूरी वजह ही है जिंदगी की रिंग के कष्टों से सीधा संबंध जोड़ना” उन्होंने आगे बताया।
इस “सरबजीत” के अभिनेता ने कहा की ये “बहुतही प्रेरणादायक फ़िल्में हैं।”
“ये हमेशा से ही प्रेरणादायी फ़िल्में रहीं हैं। वे बननी ही चाहिए। प्रेरणा कभीभी पूरी नहीं होती,” उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा।