Move to Jagran APP

खेल पर बनी फ़िल्में बहुत जरुरी है: रनदीप हुडा

अभिनेता रनदीप हुडा, जिन्होंने “दो लफ्झों की कहानी” में मिश्र मार्शल आर्ट्स (एम.एम.ए.) के ख़िलाड़ी की भूमिका की है |

By kapilaEdited By: Published: Fri, 17 Jun 2016 05:12 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jun 2016 05:15 PM (IST)
खेल पर बनी फ़िल्में बहुत जरुरी है: रनदीप हुडा

अभिनेता रनदीप हुडा, जिन्होंने “दो लफ्झों की कहानी” में मिश्र मार्शल आर्ट्स (एम.एम.ए.) के ख़िलाड़ी की भूमिका की है और “सुलतान” में सुपरस्टार सलमान खान के कुश्ती कोच के रूप में दिखाई देंगे, कहते हैं की खेल पर बनी फिल्में बहुत जरुरी है।

loksabha election banner

“खेल पर फिल्में बनाना बहुत जरुरी है। यह खेल की संस्कृति को जन्म देतीं हैं, जो मेरे ख्याल से देश के लिए जरुरी है,” रनदीप ने आयएएनएस को मुंबई से फोन पर बताया जहाँ वो गुरुवार को अक्षरा सेंटर और एरियल इंडिया के #ShareTheLoad कोर्स के लॉन्च पर थे।

ये #ShareTheLoad कोर्स अगली पीढ़ी को अपने ही घर में होने वाले लिंग भेद के बारे में शिक्षित करने में मदत करने के लिए विश्वविद्यालयों में लिया जाएगा।

“मुष्ठियुद्ध और एमएमए पर आधारित “दो लफ्झों की कहानी” या “सुलतान” जैसी फ़िल्में खेल को पूरी तरह से समविष्ट करतें हैं। खेल पर या मुष्ठियुद्ध पर आधारित फिल्मों – जो होलीवुड में एक अलग रचानाबंध है - की पूरी वजह ही है जिंदगी की रिंग के कष्टों से सीधा संबंध जोड़ना” उन्होंने आगे बताया।

इस “सरबजीत” के अभिनेता ने कहा की ये “बहुतही प्रेरणादायक फ़िल्में हैं।”

“ये हमेशा से ही प्रेरणादायी फ़िल्में रहीं हैं। वे बननी ही चाहिए। प्रेरणा कभीभी पूरी नहीं होती,” उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.