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Mirzapur के 'कालीन भईया' पत्नी की करते हैं किचन में जासूसी, कहा- 'जब मैं सेट पर होता हूं तो...'

पंकज त्रिपाठी की बेहतरीन कुकिंग के सवाल पर एक्टर हंसते हुए कहते हैं देखिए मैं बहुत अच्छा शेफ नहीं हूं। एक्टिंग फील्ड में आने से पहले मैं एक होटल में काम करता था लेकिन मैंने वहां शेफ के तौर पर नहीं बल्कि किचेन में काम किया था।

By Priti KushwahaEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 02:55 PM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 02:55 PM (IST)
Mirzapur के 'कालीन भईया' पत्नी की करते हैं किचन में जासूसी,  कहा- 'जब मैं सेट पर होता हूं तो...'
Photo Credit : Pankaj Tripathi Instagram Photos Screenshot

शिखा धारीवाल, मंबई। अपने चुलबुले अंदाज से दर्शकों का मन मोहने वाले अभिनेता पंकज त्रिपाठी रियल लाइफ में भी काफी चुलबुले हैं। पंकज त्रिपाठी से जुड़े लोग बताते हैं कि उनमें स्टार बनने के बाद भी कोई बदलाव नहीं आया है। पंकज मुम्बई के मड़ आईलैंड इलाके में रहते हैं और घर पहुंचने के लिए वह अक्सर वर्सोवा इलाके से मड़ आईलैंड पहुंचने के लिए जेटी से सफर करते हैं। इस दौरान जेटी में सफर करने वाले यात्रियों की मुलाकात अक्सर पंकज त्रिपाठी से होती रहती है। हाल ही में Jagran. com से हुई एक मुलाकात में अभिनेता पंकज त्रिपाठी और उनकी पत्नी मृदुला त्रिपाठी ने निजी जिंदगी से जुड़े कई मजेदार किस्से शेयर किए हैं।

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पंकज त्रिपाठी की बेहतरीन कुकिंग के सवाल पर एक्टर हंसते हुए कहते हैं, 'देखिए मैं बहुत अच्छा शेफ नहीं हूं। एक्टिंग फील्ड में आने से पहले मैं एक होटल में काम करता था लेकिन मैंने वहां शेफ के तौर पर नहीं बल्कि किचेन में काम किया था। तो इस वजह से लोगों को लगता है कि शायद मैं बहुत अच्छा शेफ हूं लेनिक ऐसा नहीं है।

हलांकि मैं नॉर्मल दाल -चावल और सब्जी आदि बनाना जरूर जानता हूं। मैंने लॉक डाउन में खाना बनाया है क्योंकि मेरे पर समय ही समय था। ऐसे में मैंने अपने परिवार के लिए कुकिंग की है।

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इसी सवाल पर पंकज की पत्नी मृदुला कहती हैं, 'लेकिन मेरी अब कोशिश रहती है कि पंकज अब किचेन से दूर रहें। क्योंकि जब ये खाना बनाते हैं तो ये हेल्दी खाना बनाने के चक्कर में कई बार ऐसी चीजें एड कर देते हैं कि खाने का स्वाद चला जाता है। इसलिए मैं इन्हें किचेन में घुसने नहीं देती लेकिन फिर भी इनकी किचेन में जासूसी चलती रहती है। कई बार तो मुझे सामान खरीदते वक्त यही बताते है कि किचेन में मसूर की दाल खत्म है और कौन सी दाल खत्म है। ऐसे में भले ही किचेन में ये खाना न भी बनाएं लेकिन रसोई में इनकी जासूसी चलती रहती है। मृदुला बातचीत को बढ़ाते हुए आगे कहती हैं कि पंकज असल मे मुझे घरेलू मामलों में काफी सपोर्ट और मदद करते हैं। कई बार मैं घर का सामान भूल जाती हूं, लेकिन इन्हें शूटिंग के दौरान फोन कर पूछती हूं तो ये तुरंत बताते हैं कि वो समान वहां रखा है। या फिर कई बार अगर मैं ग्रोसरी शॉपिंग के लिए निकली हूं और सामान याद नहीं आ रहा कि क्या -क्या लेना है तब भी मैं पंकज को फोन करती हूं और वह फटाफट सब बता देते हैं। तो मैं पंकज की नहीं बल्कि मैं और पंकज एक- दूसरे का सपोर्ट सिस्टम हैं।


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