Exclusive: बाबूमोशाय के निर्देशक ने कहा - हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति से नहीं बल्कि उसकी सोच से है
पहलाज निहलानी ने साल 2015 कामकाज संभाला था। प्रसून जोशी जाने-माने लेखक और गीतकार हैं जो अब सीबीएफसी का अध्यक्ष पद संभालेंगे।
अनुप्रिया वर्मा। लंबे समय से अपने फैसलों के कारण विवादों से घिरे सेंट्रल बोर्ड अॉफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सेंसर बोर्ड) के प्रमुख पहलाज निहलानी को उनके पद से हटा दिया गया है। अब उनकी जगह प्रसून जोशी बोर्ड ने नए अध्यक्ष होंगे। इस अहम फैसले के बाद बॉलीवुड से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। जागरण डॉट कॉम ने इस पूरे मामले को लेकर कुशान नंदी से बातचीत कर उनकी राय ली।
फिल्म 'बाबूमोशाय बंदूकबाज़' इन दिनों काफी चर्चा में है चूंकि सेंसर ने इस फिल्म में 48 कट्स लगाने को कहा है। अब जब पहलाज को पद से हटा दिया गया है तो इस फिल्म के डायरेक्टर कुशान नंदी का कहना है कि, यह अच्छा कदम है। लेकिन यह आखिरी कदम न हो। क्योंकि हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष से नहीं है बल्कि उस गलत सोच से है। चूंकि किसी एक व्यक्ति को बोर्ड से हटाना समस्या का हल नहीं है। मैं मानता हूं कि यह सच है कि फिल्ममेकर को लगातार लड़ाई लड़ रहे हैं और संघर्ष भी कर रहे हैं। इससे कही न कही दवाब बना और यह निर्णय लिया गया। पर अब भी बात वही है कि हम सोच को बदलें। साथ ही जो हमारी महिला निर्माता के साथ हुआ उसको लेकर भी कई बार चिठ्ठी लिखी गई। लेकिन इसको लेकर पहलाज का कोई भी एक्शन नहीं था। जबकि बोर्ड के सदस्य भी मान चुके थे कि महिला प्रोड्यूसर के साथ गलत हुआ है। फिल्म 'बाबूमोशाय बंदूकबाज़' में नवाजु़द्दीन सिद्दीकी का अहम किरदार है।
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आपको बता दें कि, पहलाज निहलानी ने साल 2015 कामकाज संभाला था। प्रसून जोशी जाने-माने लेखक और गीतकार हैं जो अब सीबीएफसी का अध्यक्ष पद संभालेंगे।