पीरियड फिल्मों में एक्टर नहीं बल्कि रिसर्च और आर्ट डायरेक्शन टीम पर रहता है सबसे ज्यादा प्रेशर - इमरान
फिल्म कैप्टन नवाब 2018 में रिलीज़ की जाएगी जिसमें इमरान एक जासूस की भूमिका में नज़र आएंगे।
मुंबई। एक्टर इमरान हाशमी अपनी अगली फिल्म कैप्टन नवाब की तैयारियों में जुट गए हैं। जागरण डॉट कॉम से खास बातचीत में उन्होंने पीरियड फिल्मों को लेकर चैलेंजेस के बारे में बताया।
इमरान हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म बादशाहो का हिस्सा थे। इस फिल्म में अहम भूमिका निभाने के बाद अब वो एक और पीरियड फिल्म में नज़र आएंगे। दरअसल, इमरान फिल्म कैप्टन नवाब कर रहे हैं जो एक वॉर ड्रामा है जिसकी कहानी 1970 में हुई सच्ची घटना पर आधारित है। कहानी में जासूस की भूमिका में इमरान हाशमी हैं। इमरान कहते हैं, जब भी कोई पीरियड फिल्म बनती है तो वह एक चैलेंज की तरह ही होता है। यह टैलेंज पूरी टीम के सामने होता है कि बेहतर तरह से उस बात को दर्शाया जा सके जो पहले हो चुका है। चूंकि, पीरियड फिल्म की कहानी वो होती है जो 40 साल की उम्र ज्यादा वाले व्यक्ति को पता होती है। एेसे में यह चैलेंज और बढ़ जाता है। एक्टर के ऊपर तो कम लेकिन आर्ट डायरेक्टर और रिचर्स टीम के ऊपर बहुत प्रेशर रहता है। बादशाहो में भी एेसा ही था। खास तौर पर अॉथेंटिसिटी पर काम ज्यादा किया जाता है।
यह भी पढ़ें: Exclusive: हंसल मेहता को कंगना रनौत की इस बात पर गर्व है
आपको बता दें कि, इमरान हाशमी अब अपनी सीरियल किसर वाली इमेज से बाहर निकलकर अलग तरह के किरदार निभाना चाहते हैं। फिल्म कैप्टन नवाब 2018 में रिलीज़ की जाएगी जिसमें इमरान एक जासूस की भूमिका में नज़र आएंगे।