ऐसे करीब आए थे देव आनंद और सुरैया
सुना है देव आनंद की निजी और उनकी हिन्दी सिनेमा से जुड़ी तमाम बातों को लेकर उनके बेटे सुनील आंनद 'वैगेटर मिक्सर' नाम की फिल्म बनाने जा रहे हैं। बॉलीवुड सूत्रों के अनुसार, फिल्म 'वैगेटर मिक्सर' अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनायी जाएगी और इस फिल्म की शुरुआत देवानंद की सालगिरह की तारीख 26 सितंबर से होगी।
सुना है देव आनंद की निजी और उनकी हिन्दी सिनेमा से जुड़ी तमाम बातों को लेकर उनके बेटे सुनील आंनद 'वैगेटर मिक्सर' नाम की फिल्म बनाने जा रहे हैं। बॉलीवुड सूत्रों के अनुसार, फिल्म 'वैगेटर मिक्सर' अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनायी जाएगी और इस फिल्म की शुरुआत देवानंद की सालगिरह की तारीख 26 सितंबर से होगी।
देवानंद की अनदेखी तस्वीरें सिर्फ एक क्लिक करके देखिए
देवानंद की जिंदगी ही हिन्दी सिनेमा थी। क्या इन सालों के सफर को उनके बेटे सुनील आनंद कुछ मिनटों की फिल्म में दिखा पाएंगे? देव आनंद और सुरैया की प्रेम कहानी काफी मशहूर रही थी क्या यह प्रेम कहानी भी देव पर बनाई गई फिल्म में दिखाई जाएगी? यह सब सवाल हमारे नहीं हैं बल्कि उन दर्शकों के हैं जो देव आनंद पर बन रही फिल्म को अभी से ही सिनेमाघरों में देखने के लिए बेताब हैं। चलिए हम ही आपको देव आनंद के जन्मदिन के मौके पर उनकी और सुरैया की प्रेम कहानी बताते हैं।
पहली मुलाकात में ही मोहब्बत का इजहार कर देना प्यार की मंजिल को पाने के लिए सही नहीं होता है। इस बात को देव आनंदच्अच्छे से जानते थे इसलिए जब उन्हें प्यार हुआ तो उन्होंने अपने कदमों की रफ्तार कम कर ली। सुरैया से पहली मुलाकात में ही देव आनंद को उनसे प्यार हो गया और उन्होंने बड़े प्यार के साथ सुरैया से पूछा कि 'आप मुझे किस नाम से पुकारना चाहेंगी, वैसे लोग तो मुझे प्यार से देव कहते हैं।' सुरैया भी शायद मन ही मन देव आनंद को प्यार करने लगी थीं इसलिए उन्होंने भी अपनी नजर झुकाकर कहा कि 'देवच्अच्छा नाम है।' यह प्रेम मिलाप फिल्म विद्या के सेट पर हुआ और यही वो फिल्म थी जिसने देव आनंद को प्यार करना सिखा दिया था।
यह उन दिनों की बात है जब फिल्म विद्या की शूटिंग चल रही थी। उन दिनों देव आनंद की नजर सिर्फ सुरैया को देखा करती थी। एक दिन सुरैया ने देव आनंद से पूछ लिया कि 'आप मुझे ऐसे क्यों देखा करते हैं?' तो उन्होंने कहा कि 'मेरे भीतर बहुत से सवाल चल रहे हैं और उन सवालों की तलाश तुम्हारे चेहरे पर आकर रुकती है। इसलिए बस मन करता है कि तुम्हें देखता रहूं पर हां, यकीन करो एक दिन तुम्हें सब कुछ बता दूंगा।' दोनों की बातचीत अभी चल ही रही थी कि बीच में आकर निर्देशक ने कहा कि 'सुरैया जी तैयार हो जाइए कुछ ही देर में फिल्म की शूटिंग शुरू होने वाली है और आपको देव आनंद जी के बालों में अंगुलियां फेरते हुए एक गाना शूट करना है।'
यही वो मौका था जब देव ने सुरैया से कहा कि 'क्या शॉट आया है। आज मेरे बालों में किसी सुन्दरी की अंगुलियां होंगी और वो भी ऐसी सुन्दरी की जिसकी सुन्दरता की तुलना किसी भी चीज से नहीं की जा सकती है।' फिल्म विद्या में एक सीन शूट किया गया जिसमें देव आनंद ने सुरैया के हाथों का चुंबन लेकर उनकी तरफ एक फ्लाइंग किस उछाला था और सुरैया ने भी उनके हाथ के पीछे का हिस्सा चूम कर उसका जवाब दिया था। ऐसा लग रहा था कि फिल्म की शूटिंग नहीं बल्कि एक प्रेमी और प्रेमिका के बीच में प्रेम मिलाप चल रहा है। फिर धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती से आशिकी का सफर शुरू हो गया। जीत फिल्म के सेट पर देव आनंद ने सुरैया से अपने प्रेम का इजहार किया और उस समय में सुरैया को तीन हजार रुपए की हीरे की अंगूठी दी। कहा जाता है कि सुरैया की नानी को ये रिश्ता नामंजूर था, वो एक हिंदू-मुस्लिम शादी के पक्ष में नहीं थीं और यहां तक कि उनको फिल्म में सुरैया के देव आनंद के साथ दिए जाने वाले रोमांटिक दृश्यों से भी आपत्ति थी। फिर क्या था एक दिन हर प्रेम कहानी की तरह इस प्रेम कहानी का भी अंत हो गया।
प्यार भरी प्रेम कहानी के समाप्त हो जाने के बाद भी देव आनंद के दिल में हमेशा सुरैया के लिए प्यार रहा। यहां तक कि जब दोनों के रास्ते अलग भी हो गए तो उसके बाद भी देव आनंद ने सबके सामने कहा कि 'उन्हें सुरैया से प्यार है इसका इजहार करने में उन्हें किसी बात की भी झिझक नहीं है।'
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