COVID-19: चीन के वुहान मार्केट के दोबारा खुलने पर इस एक्ट्रेस का फूटा गुस्सा, कहा, 'खुद को खा जाओ'
Sandhya Mridul slams china and wuhan market for reopening it संध्या मृदुल को चीनी बाजारों के फिर से खुलने की खबरों से हैरानी हो रही हैl
नई दिल्ली, जेएनएनl फिल्म एक्ट्रेस संध्या मृदुल ने चीन के उस बाजार को फिर से खोलने पर नाराजगी जताई है, जहां से कोरोना वायरस का प्रकोप कथित तौर पर शुरू हुआ हैl उन्होंने गुस्से में लोगों को खुद को ही खा जाने की बात कही हैंl कई अन्य लोगों की तरह संध्या मृदुल भी उन रिपोर्टों से हैरान हैं कि दुनिया भर में लगभग 40,000 लोगों की मौत का जिम्मेदार कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद चीनी बाजारों ने फिर से कारोबार करना शुरू कर दिया है, जहां से यह बीमारी फैली हैंl
अभिनेत्री संध्या मृदुल को चीनी बाजारों के फिर से खुलने की खबरों से हैरानी हो रही है, क्योंकि कोरोना वायरस के प्रकोप की शुरुआत इसी शहर से हुई है। उन्होंने ऐसी ही एक खबर को शेयर करते हुए अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर व्यक्त किया हैं। संध्या मृदुल ने ट्वीट कर लिखा, 'क्या आप गंभीर हैं? खुद को खा जाओ यार' इसके अलावा उन्होंने ट्वीट में एक पंच की इमोजी भी शेयर की हैंl
Are you effin serious?! Khud ko kha jao yaar. 👊🏻 https://t.co/9U8CXuXrkw" rel="nofollow— Sandhya Mridul (@sandymridul) April 1, 2020
वैज्ञानिकों का मानना है कि COVID -19 पैदा करने वाला कोरोना वायरस पहली बार चीन में एक चमगादड़ से उत्पन्न हुआ था और यह चीनी बाजार से मनुष्यों में फैलने से पहले दूसरे जानवरों में फैला था। विभिन्न रिपोर्टों से पता चलता है कि चीन के हुबेई प्रांत का एक 55 वर्षीय व्यक्ति इस तरह के एक बाजार के माध्यम से Covid -19 से संक्रमित होने वाला पहला व्यक्ति हो सकता है। वॉशिंगटन एग्जामिनर ने रविवार को एक संवाददाता के हवाले से कहा, 'बाजार ठीक उसी तरह से काम कर रहे हैं, जैसे कि कोरोना वायरस से पहले कर रहा था।'
हालांकि, बाजार गार्ड की चौकस निगाहों में हैं, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि कोई भी खून से लथपथ फर्श, कुत्तों और खरगोशों के कत्लेआम और पिंजरों में कैद डरे हुए जानवरों की तस्वीरें न लेने पाए। माना जाता है कि चीन के वुहान में हुआन सीफूड मार्केट को कोरोना वायरस का केंद्र माना जाता है, जिसने दुनिया को तबाह कर दियाl इससे अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका में लाखों की संख्या में लोग संक्रमित हैं और लगभग 4 हजार लोगों की मृत्यु हो गई है। कई वैज्ञानिकों, चिकित्सा विशेषज्ञों और पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने चीन के बाजारों पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है, लेकिन वह इससे सबक लेता नहीं दिख रहा हैं।