Coronavirus Lockdown में नुकसान झेल रहे प्रोड्यूसर्स को राहत देंगे एक्टर्स, घटा सकते हैं 50 फीसदी फीस
Coronavirus Lockdown 7 मलयालम फिल्में ईस्टर और रमजान के दौरान रिलीज होने को तैयार हैं। जबकि 26 फिल्में प्रोडक्शन में अटकी हुई हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन लागू होने के बाद से सिनेमाजगत बुरी तरह प्रभावित है। कई प्रोड्यसर्स का बड़ा नुकसान हो रहा है। ऐसे में एक्टर्स उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए अपनी फीस में कटौती कर सकते हैं।
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के प्रोड्यूसर्स ने अभिनेताओं से इस बारे में अपील की है। कोरोना इफेक्ट के चलते फिल्म प्रोडक्शन का काम रुका हुआ है। ऐसे हालात में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री बड़े नुकसान से गुजर रही है। बड़े पैमाने पर मलायालम फिल्मे प्रोडक्शन प्रासेस में अटकी हुई हैं। जबकि कई बिल्कुल रिलीज होने को तैयार हैं।
आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार मलयालम फिल्म प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने बताया है कि कई प्रोड्यूसर बड़े नुकसान के हालात से गुजर रहे हैं। ऐसे में उन्हें उबारने का काम अभिनेता और टेक्नीशियन कर सकते हैं। एसोसिएशन ने अपने अभिनेताओं और टेक्नीशियन से अपील की है कि वह अपनी फीस में कटौती कर लें।
एसोसिएशन का नेतृत्व करने वाले प्रोड्यूसर सुरेश कुमार के अनुसार एक्टर्स और टेक्नीशियन से अपनी 50 प्रतिशत फीस कम करने की गुजारिश की गई है। इससे लॉकडाउन समाप्त होने के बाद इंडस्ट्री को पटरी पर लाने में आसानी हो जाएगी। उनके अनुसार 7 मलयालम फिल्में ईस्टर और रमजान के दौरान रिलीज होने को तैयार हैं। जबकि 26 फिल्में प्रोडक्शन में अटकी हुई हैं।
एसोसिएशन को उम्मीद है कि उनके एक्टर्स और टेक्नीशियन इस अपील को जरूर मानेंगे। गौरतलब है कि मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार मोहनलाल, पृथ्वीराज सुकुमारन, ममूटी ओर दिलीप जैसे अभिनेता सबसे ज्यादा फीस लेते हैं। इन स्टार्स की फिल्में पूरे इंडिया में खूब पसंद की जाती हैं। इन स्टार्स की कई फिल्में रिलीज होने को तैयार हैं, जबकि कई बनकर लगभग रेडी हैं।
देश में लॉकडाउन 24 मार्च से लागू है। पहले चरण में इसे 14 अप्रैल तक लागू किया गया था। दूसरे चरण में यह अवधि 3 मई तक बढ़ा दी गयी। इस दौरान फ़िल्मों और टीवी शोज़ की शूटिंग और दूसरी गतिविधियां बिल्कुल बंद हैं।