Move to Jagran APP

Covid 19: कंगना रनोट ने कोरोना वायरस के प्रकोप को बताया संभावित जैविक युद्ध

Kangana Ranaut thinks coronavirus pandemic is a potential bio war अभिनेत्री कंगना रनोट ने COVID-19 महामारी को संभावित जैविक युद्ध कहा है।

By Rupesh KumarEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2020 08:30 AM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2020 07:10 PM (IST)
Covid 19: कंगना रनोट ने कोरोना वायरस के प्रकोप को बताया संभावित जैविक युद्ध
Covid 19: कंगना रनोट ने कोरोना वायरस के प्रकोप को बताया संभावित जैविक युद्ध

नई दिल्ली, जेएनएनl फिल्म कलाकार कंगना रनोट ने जारी कोरोना वायरस संकट पर अपने विचार शेयर किए और इसे 'संभावित जैविक युद्ध' बतायाl जहां देश एक-दूसरे की अर्थव्यवस्थाओं को नीचे गिराने की कोशिश कर रहे हैं। अभिनेत्री कंगना रनोट ने COVID-19 महामारी को 'संभावित जैविक युद्ध' कहा है।

loksabha election banner

कंगना ने टाइम्स नाउ से बात की जहां उन्होंने इसका जिक्र किया। वह इस समय अपने मनाली स्थित आवास पर हैं जहां उन्होंने खुद को सेल्पूफ आइसोलेट किया है।

पूर्ण तालाबंदी के बीच फिल्म उद्योग में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की सहायता करने के बारे में पूछे जाने पर कंगना ने कहा, 'हम सभी अपना काम कर रहे हैं और इसके लिए दान भी कर रहे हैं। अर्थव्यवस्था के लिए हमारी चिंता ने हम सभी को उस स्थिति में पहुंचा दिया हैl जहां हम मानव कल्याण की कोई चिंता नहीं कर रहे हैं। यह एक संभावित जैव युद्ध भी हो सकता है जहां देश एक-दूसरे की अर्थव्यवस्थाओं को गिराने की कोशिश कर रहे हैं। हमें इस बात को तय करना होगा कि हम एक राष्ट्र के तौर पर कहां जा रहे हैं और हम अपने लालच को क्यों नहीं छोड़ रहे हैं। अगर यह तालाबंदी 21 दिनों तक चलती है तो हम आर्थिक रूप से दो साल पीछे हो जाएंगे, लेकिन अगर यह 21 दिन से आगे बढ़ जाता है तो यह हमारे देश के लिए विनाशकारी स्थिति होने वाली है क्योंकि हम एक विकासशील हैं।'

उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को स्थिति की गंभीरता को समझने की जरूरत है। कंगना कहती है, 'अभी हम केवल यहां लोग के रूप में मौजूद हैं। मैंने खुद को एक कलाकार के रूप में देखना बंद कर दिया है और जैसा मैंने कहा कि हमें लगभग किसी भी चीज के लिए तैयार रहना चाहिए, हमें व्यक्तिगत चिंताओं से ऊपर उठने के लिए तैयार रहना चाहिए। इसलिए मेरी फिल्में भी बाकी सब की तरह हैं, बस अटक गई है और मुझे नहीं पता कि हम कहां हैं। यह इस पर निर्भर करता है कि हम कब इससे बाहर आते हैं। यही कारण है कि मैं चाहती हूं कि अधिक से अधिक लोग स्थिति की गंभीरता को समझें। फिलहाल व्यक्तिगत लाभ या नुकसान मेरी चिंता नहीं है।'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.