# 9baje9minute: अक्षय कुमार, तापसी पन्नू, अर्जुन रामपाल शिल्पा शेट्टी जैसे बॉलीवुड कलाकारों ने जलाया दीया
, 9baje9minute अक्षय कुमार तापसी पन्नू अर्जुन रामपाल शिल्पा शेट्टी जैसे बॉलीवुड कलाकारों ने दीया जलाया हैंl
नई दिल्ली, जेएनएनl COVID-19 के व्यापक प्रकोप के बीच बॉलीवुड सेलेब्स दीया और मोमबत्ती को जलाकर अपना समर्थन दिखाने के लिए संख्या में बाहर आए। अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अक्षय कुमार, तापसी पन्नू, अर्जुन रामपाल, शिल्पा शेट्टी और कियारा आडवानी जैसे अन्य कलाकारों ने अपनी बालकनी या खिड़कियों में दीया और मोमबत्तियां जलाते हुए की तस्वीरें और वीडियो शेयर किए हैं।
COVID -19 का मुकाबला करने का संकल्प लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अप्रैल को देशवासियों से दीपक जलाकर भारत के सामूहिक संकल्प का प्रदर्शन करने की अपील की थीं।
#9pm9minutes .. we did it.. Hope you did too. Sending everyone, love light , grace , strength and positivity .😇🙏❤️🧿#proudindian #grace #strength #positivity #together #everythingwillbealright https://t.co/e52HqnyHAP" rel="nofollow— SHILPA SHETTY KUNDRA (@TheShilpaShetty) April 5, 2020
शुक्रवार सुबह 11 मिनट से अधिक के एक वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से आग्रह किया था कि COVID-19 के खतरे को हराने के लिए देश के सामूहिक संकल्प को प्रदर्शित करने के लिए 5 अप्रैल को रात 9 बजे नौ मिनट के लिए अपने घरों में रोशनी बंद करें और दीपक, मोमबत्तियां या मोबाइल फोन टॉर्च जलाएं।
Together we stand and together we will come out of this dark phase. Till then stay strong, stay safe ✨ #9Baje9Minute pic.twitter.com/9b7AlWCjw7— Akshay Kumar (@akshaykumar) April 5, 2020
कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण बॉलीवुड हस्तियां होमबाउंड हैं। अपने प्रशंसकों को सलाह देने और सोशल मीडिया पर बातचीत करने और उनका मनोरंजन कर रहे हैंl इसके अलावा इन कलाकारों ने पीएम केयर फंड में भी सहयोग किया हैं और सरकार के आवाहन में पूरा सहयोग कर रहे हैं।
आलिया भट्ट ने इस बारे में कहा, 'जब मैं छोटी थी, मैं मेरे पिताजी के माथे पर स्कूल जाने से पहले किस करती थीं और हर किस के बाद वह कहते थे, 'आह.. लाइट आ गयी' मैं शायद पूरी तरह से समझ नहीं पाई कि इसका मतलब क्या था.. लेकिन उनकी प्रतिक्रिया के कारण मैं समझ गई कि प्रकाश को हमारे जीवन को रोशन करने की तुलना में अधिक गहराई से से देखने की आवश्यकता है। प्रकाश का आशा, सौंदर्य, शक्ति.. इतना ही अर्थ है। यह आज यह एकता का हैl कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम कहां हैं और हम क्या कर रहे हैंl हमें हमेशा कोशिश करनी चाहिए और हमारे भीतर प्रकाश को जीवित रखना चाहिएl