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Chhapaak की रियल गर्ल Laxmi Agarwal ने उस हादसे को किया याद, 'एसिड अटैक से ज्यादा दर्द देती है सोसाइटी'

Laxmi Agarwal Share Her Emotional Story लक्ष्मी अग्रवाल ने 14 साल पहले अपने साथ हुए हादसे को लेकर एक इमोश्नल पोस्ट लिखा है।

By Nazneen AhmedEdited By: Published: Tue, 23 Apr 2019 12:39 PM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2019 05:02 PM (IST)
Chhapaak की रियल गर्ल Laxmi Agarwal ने उस हादसे को किया याद, 'एसिड अटैक से ज्यादा दर्द देती है सोसाइटी'
Chhapaak की रियल गर्ल Laxmi Agarwal ने उस हादसे को किया याद, 'एसिड अटैक से ज्यादा दर्द देती है सोसाइटी'

नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘छपाक’ (Chhapaak) की शूटिंग कर रही हैं। फिल्म की शूटिंग दिल्ली में चल रही थी जो कि अब खत्म हो चुकी है। ये फिल्म एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल ( Laxmi Agarwal) की असल जिंदगी पर बन रही है। दीपिका इस फिल्म में लक्ष्मी का किरदार निभा रही हैं।

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फिल्म के जरिए लक्ष्मी के उस दर्द से लोगों को रूबरू कराया जाएगा जो उन्होंने 14 साल पहले झेला था। 22 अप्रैल को लक्ष्मी के साथ ये हादसा हुआ था। इस हादसे को भले ही अब 14 साल बीत चुके हों लेकिन लक्ष्मी की जिंदगी में ये दिन जब भी आता है...तब उनका दर्द से सामना होता है। अपने साथ हुए इस अटैक को याद करते हुए लक्ष्मी ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट लिखा है जिसे पढ़कर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।

पढ़ें, लक्ष्मी अग्रवाल का पूरा पोस्ट :

आज मेरे अटैक को 14 साल हो गए हैं, इन 14 सालों में बहुत कुछ बदला है, बहुत सारी चीज़ें अच्छी हुईं बहुत सारी चीज़ें बुरी। जिसके बारे में सोच के भी डर लगता है। लोगों को लगता है ऐसिड अटैक हुआ है ये सबसे बड़ा दुःख है। सबको यही दिखता है...जब कोई भी अटैक होता है तो ना सिर्फ़ हमारी पूरे परिवार की जिंदगी बदल जाती है। अचानक से एक नया मोड़ आ जाता है, क्योंकि वो इंसान एक बार अटैक करता है ‘सोसाइटी बार-बार अटैक करती है’ जीने नहीं देती है। जिससे जिसके ऊपर क्राइम हुआ है वो, या परिवार का कोई एक व्यक्ति आत्महत्या कर लेता है। मुझे पता है हर साल ये तारिख मेरे जीवन में आएगी और आज का दिन उस दिन जैसा ही तकलीफ़ भरा होता है।

उस वक़्त तो पापा भाई भी थे पर आज वो भी नहीं हैं। हर 22 अप्रैल मेरे लिए कुछ नई तकलीफ देती है। जिसके बारे में सोच के भी डर जाती हूं। आख़िर मैं भी इंसान हूं मुझे भी तकलीफ़ होती है। मैं कभी नहीं चाहती जो मेरे साथ हुआ है वो किसी और के साथ हो। जब मैं 15 साल की थी तो अपने पापा मम्मी से कुछ नहीं बोल सकी मन में डर था कहीं ना कहीं की अगर कहा तो मुझे ही गलत बोलेंगे और वो चुप्पी की वजह से उस क्रिमिनल ने फाएदा उठाया।

आज इस पोस्ट को हर कोई पड़ेगा और मैं चाहती हूं इस पोस्ट से आप लोग एक सबक लें। जो मां बाप हैं वो अपने बच्चों के साथ दोस्ती करें ताकि वो अपने मन की बात आपको बता सकें। क्योंकि जब भी कोई दिक्कत होती है मां बाप को ही ज़्यादा परेशान होना पड़ता है और जो बच्चे हैं वो भी अपने मम्मी पापा के साथ दोस्ती करें। अपने मन की बात आप अपने मम्मी पापा को बताइए ताकि जो भी दिक्कत हो वो साथ मिलकर ठीक कर सकें। याद रहे अटैक शिर्फ एक पर्सन पर नहीं पूरे परिवार पर होता है ……. #stopsaleacid।

 

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ATTACK DAY 22 APRIL 14 YEARS आज मेरे अटैक को 14 साल हो गए है, इन 14 सालों में बोहुत कुछ बदला है, बोहुत सारी चीज़ें अच्छी हुई बोहुत सारी चीज़ें बुरी जिसके बारे में सोच के भी डर लगता है, लोगों को लगता है, ऐसिड अटैक हुआ है ये सबसे बड़ा दुःख है, सबको यही दिखता है, जब कोई भी अटैक होता है , ना सिर्फ़ हमारी पूरे परिवार की ज़िंदगी बदल जाती है, अचानक से एक नया मोड़ आ जाता है, क्यूँकि वो इंसान एक बार अटैक करता है, सोसाइटी बार बार अटैक करती है, जीने नही देती जिससे जिसके ऊपर क्राइम हुआ है, वो या परिवार का कोई एक व्यक्ति आत्महत्या कर लेता है, मुझे पता है हर साल ये तारिख मेरे जीवन में आएगी और आज का दीन उस दिन जैसा ही तकलीफ़ भरा होता है, उस वक़्त तो पापा भाई भी थे पर आज वो भी नही है, हर 22 अप्रैल मेरे लिए कुछ नई तकलीफ़ देती है, जिसके बारे में सोच के भी डर जाती हूँ, आख़िर मैं भी इंसान हु मुझे भी तकलीफ़ होती है, मैं कभी नही चाहती जो मेरे साथ हुआ है वो किसी और के साथ हो, जब मैं 15 साल की थी तो अपने पापा मम्मी से कुछ नही बोल सकी मन में डर था कही ना कही की अगर कहा तो मुझे ही ग़लत बोलेंगे और वो चुपी की वझा से उस क्रिमिनल ने फाएदा उठाया आज इस पोस्ट को हर कोई पड़ेगा, और मैं चाहती हूँ इस पोस्ट से आप लोग एक सबक़ ले जो माँ बाप है वो अपने बच्चों के साथ दोस्ती करे ताकि वो अपने मन की बात आपको बता सकते क्यूँकि जब भी कोई दिक़्क़त होती है माँ बाप को ही ज़्यादा परेशान होना पड़ता है, और जो बच्चे है, वो भी अपने मम्मी पापा के साथ दोस्ती करे, अपने मन की बात आप अपने मम्मी पापा को बताइए ताकि जो भी दिक़्क़त हो वो साथ मिलकर ठीक कर सके,याद रहे अटैक शिरफ एक पर्सन पर नही पूरे परिवार पर होता है ……. #stopsaleacid

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