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'हरामखोर' पर सेंसर बोर्ड ने जताई आपत्ति, सर्टिफिकेट देने से किया इनकार

डायरेक्‍टर श्लोक शर्मा निर्देशित 'हरामखोर' में 14 साल की एक लड़की और उसके ट्यूशन टीचर के बीच प्रेम संबंधों की कहानी है। सेंसर बोर्ड का कहना है कि फिल्म का विषय आपत्तिजनक है।

By Tilak RajEdited By: Published: Mon, 20 Jun 2016 09:58 AM (IST)Updated: Mon, 20 Jun 2016 10:06 AM (IST)
'हरामखोर' पर सेंसर बोर्ड ने जताई आपत्ति, सर्टिफिकेट देने से किया इनकार

मुंबई (पीटीआई)। बॉलीवुड फिल्ममेकर्स और सेंसर बोर्ड अध्यक्ष पहलाज निहलानी एक बार फिर आमने-सामने खड़े नजर आ सकते हैं। अभी 'उड़ता पंजाब' और सेंसर बोर्ड के बीच खड़ा हुआ विवाद कोर्ट पहुंचकर शांत हुआ था। अब 'उड़ता पंजाब' के बाद नवाजुद्दीन सिद्दिकी स्टारर फिल्म 'हरामखोर' सेंसर बोर्ड के पास मुसीबत में फंस गई है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया है। हैरानी की बात यह है कि 'हरामखोर' कई फिल्म फेस्टिवल में सराही जा चुकी है, इसके बावजूद सेंसर बोर्ड ने फिल्म के विषय को आपत्तिजनक बताया है।

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श्लोक शर्मा डायरेक्टेड 'हरामखोर' में 14 साल की एक लड़की (श्वेता त्रिपाठी) और उसके ट्यूशन टीचर (नवाजुद्दीन) के बीच प्रेम संबंधों की कहानी है। ऐसी खबरें हैं कि फिल्म की स्क्रीनिंग हाल में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की जांच समिति के समक्ष की गई। लेकिन समिति ने फिल्म को हरी झंडी देने से मना कर दिया।

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इस बारे में पूछे जाने पर सिख्या एंटरटेनमेंट की निर्माता गुनीत मोंगा ने बताया, 'हां, उन्होंने फिल्म को सर्टिफिकेट देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि फिल्म का विषय आपत्तिजनक है। उन्होंने किसी दृश्य को काटने को नहीं कहा, बल्कि फिल्म को पास करने से यह कहते हुए मना कर दिया कि यह शिक्षकों को गलत रूप में पेश करता है।'

दिलचस्प बात यह है कि फिल्म का प्रीमियर न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल में किया गया था, जिसमें सिद्दीकी को उनके अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया था। ‘हरामखोर’ को 17वें जियो मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल में सिल्वर गेटवे ऑफ इंडिया ट्रॉफी दी गई थी।

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मोंगा ने कहा कि उन्होंने समिति के सदस्यों को फिल्म का संदर्भ समझाने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने कहा कि फिल्म का विषय अस्वीकार्य है। फिल्म के निर्माता अब फिल्म प्रमाणन अपीलीय अधिकरण (एफसीएटी) में फिल्म को ले जाएंगे।

उन्होंने कहा, 'हम अब प्रक्रिया का पालन करेंगे और अपनी फिल्म को एफसीएटी में ले जाएंगे। हम उसके लिए प्रयास कर रहे हैं।' यह पूछे जाने पर कि जरूरत पड़ी तो क्या वे अदालत जाएंगी तो उन्होंने कहा, 'मुझे उम्मीद नहीं है। मुझे उम्मीद है कि मामले का हल हो जाएगा।' सेंसर बोर्ड प्रमुख पहलाज निहलानी की फिल्म को लेकर कोई प्रतिक्रिया अभी तक सामने नहीं आई है।


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