कंगना को राहत, 'मणिकर्णिका' के ख़िलाफ़ आंदोलन वापस
लिखित आश्वासन दिया कि फिल्म में किसी तरह से भी ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ नहीं की गई है। ऐसा कुछ भी नहीं दिखाया जाएगा, जिससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे।
मुंबई। कंगना रनौत और उनके फैंस के लिए खुशखबरी है। उनकी फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झांसी को लेकर शुरू हुआ विरोध, फिल्म के निर्माता के आश्वासन के बाद वापस ले किया गया है।
सर्व ब्राह्मण महासभा नाम के एक संगठन ने पिछले दिनों फिल्म मणिकर्णिका का विरोध करते हुए इसके प्रदर्शन को रोकने की मांग की थी। संगठन ने निर्माता कमल जैन को लेटर लिख कर पूछा कि फिल्म की कहानी किन किन इतिहासकारों या जानकारों से सहायता ले कर लिखी गई है। संगठन को फिल्म में रानी लक्ष्मीबाई के चित्रण में किसी तरह की गड़बड़ी का शक था। इसी संगठन ने पद्मावत के विरोध के दौरान करणी सेना का साथ दिया था। मणिकर्णिका के निर्माता आज जयपुर में सर्व ब्राह्मण महासभा के ऑफिस पहुंचे और लिखित आश्वासन दिया कि फिल्म में किसी तरह से भी ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ नहीं की गई है। फिल्म में कुछ भी अपमानजनक नहीं हैं और ऐसा कुछ भी नहीं दिखाया जाएगा, जिससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे। फिल्म में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की कहानी को पूरी गरिमा के साथ दिखाया जाएगा। इसके बाद महासभा ने अपना आंदोलन ख़त्म करने की घोषणा की। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच सहमति का एक ड्राफ्ट भी तैयार किया गया। इसमें लिखा गया है कि फिल्म में रानी लक्ष्मीबाई के साथ किसी अंग्रेज के साथ प्रेम प्रसंग व गीत को नहीं दिखाया जाएगा।' फिल्म का जयश्री मिश्रा की किताब से कोई मतलब नहीं है। बाहुबली के राइटर के वी विजयेंद्र प्रसाद ने फिल्म की कहानी लिखी है और प्रसून जोशी ने डॉयलॉग।
कंगना रनौत स्टारर फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झांसी की शूटिंग भी महेश्वर, जयपुर और जोधपुर में की गई है। फिल्म में अंकिता लोखंडे, सोनू सूद और डैनी भी अहम भूमिकाओं में हैं।