Exclusive: बोनी कपूर की नजर से जानें, श्रीदेवी का क्यों बरकरार रहा चार से 54 साल तक मैजिक
बोनी ने बताया कि श्रीदेवी की सारी फिल्में उनकी बेटियां देखते हैं और उनकी पूरी जर्नी को वह एडमायर करती हैं।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। बोनी कपूर ने यह बातचीत जागरण डॉट कॉम से श्रीदेवी की फिल्म मॉम की सफलता के बाद की थी। इस दौरान उन्होंने अपनी बातचीत में श्रीदेवी के बारे में बताया था। सिर्फ बतौर उनके एक्टिंग करियर नहीं बल्कि श्रीदेवी किस तरह एक बेहतरीन होममेकर भी हैं और किस तरह वह उन्हें अपनी संगिनी ही नहीं दोस्त भी मानते हैं इसके बारे में बताया था। साथ ही इसी बातचीत में उन्होंने श्रीदेवी के आखिरी विज्ञापन के बारे में भी जिक्र किया था। इस पर विस्तार से बातचीत की थी।
बोनी ने कहा था कि चूंकि मैं फिल्म मॉम का प्रोड्यूसर हूं, इसलिए ऐसा नहीं कह रहा, लेकिन यह सच है कि श्रीजी के करियर की यह बेस्ट फिल्मों में से एक है और उनका अब तक का यह बेस्ट परफोर्मेंस है। बोनी ने कहा था कि यह सच है कि लोगों ने उनकी कई फिल्मों के बारे में कहा है कि उनकी यह माइलस्टोन फिल्म है। लोग गुमराह, सदमा कई फिल्मों का नाम लेते हैं। मिस्टर इंडिया का नाम लेते हैं। निसंदेह यह फिल्म उनकी बियोंड द फिल्म है।बोनी मानते हैं कि इस फिल्म में श्री ने एक्टिंग की ही नहीं, उन्होंने तो मोमेंट को जिया है। मॉम फिल्म की पहली स्क्रीनिंग के बाद जाह्नवी कुछ मिनट के बाद तक वह कुछ बोल नहीं पायी थीं वह इतनी इमोशनल हो गई थीं। वह काफी रोई थीं और उन्होंने श्रीदेवी को गले लगा लिया था। श्रीदेवी ने जहां अपनी बातचीत में यह बात स्वीकारी थी कि बोनी काफी पजेसिव फादर हैं। बोनी को जब यह बात हमने बताई तो उनका कहना था कि हां यह सच है कि हम पजेसिव पेरेंट्स नहीं प्रोटेक्टिव हैं। लेकिन हर पेरेंट्स को यह चिंता होती ही है। इसलिए हम दोनों ही उनको हमेशा फोन करते रहते हैं। पार्टियों में उन्हें जाने की पूरी आजादी हैं। हर काम के लिए आजादी है। लेकिन इसके बावजूद हम दोनों इस बात की जानकारी रखना चाहते हैं कि वे लोग कहां गयी हैं।
बातचीत के क्रम में वह मिस्टर इंडिया में श्रीदेवी के परफोर्मेंस की बात करना नहीं भूलते। फिर वह बताते हैं कि मुझे तो अब भी श्रीदेवी के अभिनय को देख कर कभी नहीं लगता कि उनका वह बचपना अब भी बरकरार है।वर्तमान में उनका वह आखिरी विज्ञापन काफी वायरल है। बोनी ने इस बातचीत में यह बात भी स्वीकारी कि आप उस विज्ञापन में भी उन्हें देखेंगे तो अनुमान लगा सकते हैं कि उनके कितने शेड्स हैं। बोनी कहते हैं कि उस वीडियो को उस वक़्त तक मिलियंस व्यूज मिल चुके थे। बोनी ने यह राज उस वक़्त खोला था कि श्रीदेवी ने मॉम जैसी इंटेंस फिल्म की शूटिंग के साथ इस मस्तीभरे विज्ञापन की शूटिंग की थी। बोनी का यह भी मानना था कि श्रीदेवी वह दमखम रखती हैं कि जो मैजिक उन्होंने चार साल की उम्र में किया था। वह मैजिक वह 54 साल में भी दिखा सकती हैं। यह श्रीदेवी ही कमाल कर सकती थीं कि एक तरफ सीरियस किरदार उसके साथ ही मस्ती भरा विज्ञापन। बोनी का कहना था कि श्रीदेवी बोर्न एक्टर हैं। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री वर्ल्ड के लिए वह एक नायाब तोहफा हैं। वह चार साल की उम्र में भी उतनी ही बेबाकी से काम करती थी जितनी 54 साल के उम्र में उन्होंने किया।
बोनी मानते थे कि वह पीरियड फिल्मों के किरदार भी बखूबी से निभा जाती हैं, जितना कॉमिक और सीरियस किरदार या फिर उन्हें मॉम का या किसी प्रेमिका का ही रोल क्यों न मिले। वह सब में माहिर हैं। यह किसी अभिनेत्री के लिए गौरव से कम बात क्या होगी कि उन्हें इतनी सारी भाषाओं का ज्ञान था और उनका पूरा कनेक्ट भी सिर्फ हिंदी सिनेमा तक नहीं बल्कि तेलुगु। मलायम, तमिल समेत कई शेत्रों में है। लोग विदेशों में भी उनकी फिल्म देखना पसंद करते हैं। आज भी उनके फैन्स के मेल्स आते हैं।
बोनी ने बताया कि श्रीदेवी की सारी फिल्में उनकी बेटियां देखते हैं और उनकी पूरी जर्नी को वह एडमायर करती हैं। इसी बातचीत में वह फिर आगे जाह्नवी का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जाह्नवी का कला की तरफ झुकाव श्रीदेवी की वजह से ही आया है। चूंकि श्रीदेवी खुद आर्ट को काफी पसंद करती हैं और इसमें वह माहिर हैं। बोनी ने यह भी बात स्वीकारी थी कि यह सच है कि जाह्नवी क्योंकि लीजेंडरी श्रीदेवी की बेटी हैं तो उन पर बेस्ट देने का काफी अधिक दबाव होगा। तुलना होगी ही। लेकिन श्रीदेवी और बोनी दोनों ने ही उन्हें बस हार्ड वर्क करने और अपने काम पर फोकस करने की राय दी है। साथ ही बोनी ने कहा था कि जैसे उनकी मॉम श्रीदेवी ने पेशेंस रखा और कई बार होलीडे और काफी सुकून को सैक्रिफिस करना होगा।