श्रीदेवी के अंतिम दर्शन के लिए सितारों से लेकर आम लोगों का उमड़ा हुजूम
ये चांदनी भी कभी मिट नहीं सकती। अपने चाहने वाले सिने-प्रेमियों के लिए वो हर पल- हर लम्हें आती रहेगी। दूधिया एहसास में नहलाती रहेगी। बस फ़रियाद यही होगी – याद करते रहना।
मुंबई। यूं तो श्रीदेवी ने समाज को कुछ नहीं दिया। लेकिन बड़े परदे से नज़रों के कनेक्शन तक, इमोशन से दर्शन तक और उस मनोरंजन से मिलने वाले अपार सुकून तक, श्री देवी और लोगों के बीच का जो रिश्ता रहा है, बस उसी ने आज हजारों की संख्या में लोगों को अपनी उस अभिनेत्री के अंतिम दर्शन के लिए आंखें नम करने पर बाध्य कर दिया।
कहते हैं मौत कभी बता कर नहीं आती। लेकिन ये ‘अचानक’ निधन था। वो, बड़े पर्दे पर अपनी दोबारा वापसी(2012में पहली बार) से ख़ुश थीं। उससे भी ज़्यादा ख़ुश थीं अपनी बेटी के सपनों को अपनी आंखों के सामने पूरा होते देखने की आस में। श्रीदेवी, अब जाह्नवी की उस बॉलीवुड ‘धड़क’ को कभी महसूस करने की ख़ुशी तो नहीं जता पाएंगी लेकिन हिंदी और दक्षिण का सिनेमा उनके साथ या उनकी वजह से जिये लम्हों को हर पल याद जरुर करेगा।
शनिवार को दुबई के एक होटल में बाथटब में डूबने से श्रीदेवी का निधन हो गया था। तमाम जांच के बाद दुबई सरकार ने इस केस को बंद कर श्रीदेवी की बॉडी को मंगलवार को परिवार को सौंपा था और कल रात ही उनका पार्थिव शरीर मुंबई स्थित घर आ गया। श्रीदेवी की चाहत थी कि जब वो इस दुनिया से रुख़सत हों तो उनकी विदाई आम न हो। सब कुछ ख़ास हो। हर तरफ़ सफेदी हो। चांदनी सी चमचमाती सफेदी हो। परिवार ने ठीक वैसा ही किया। श्रीदेवी की सफ़ेद विदाई के लिए सफ़ेद फूल से सजावट की गई है। वो ट्रक जिस पर श्रीदेवी का पार्थिव शरीर रखा जाएगा उसे भी सफ़ेद रंग से रंगा गया है। सितारे भी व्हाईट ड्रेस में आये।
रात को जैसे ही लोगों को पता चला तो श्रीदेवी के घर के बाहर उनके फैंस की भीड़ इकठ्ठा हो गई। पुलिस को व्यवस्था ठीक रखने के लिए ख़ूब मशक्कत करनी पड़ी। लोग कैमरे और मोबाइल से रिकार्डिंग कर रहे थे। सलमान खान सहित कई सितारे रात को ही घर पहुंचे ।
श्रीदेवी का पार्थिव शरीर आज सुबह सुबह 9.30 से सेलिब्रेशन स्पोर्ट्स क्लब में रखा गया । हमारे संवाददाता अनुप्रिया वर्मा और रुपेशकुमार गुप्ता ने पूरे नज़ारे पर अपनी नज़र बनाये हुए थी। आम लोग भी कतार में लग कर श्रीदेवी के अंतिम दर्शन कर रहे थे। बताया जाता है कि करीब 5000 लोग दक्षिण भारत से मुंबई कल रात तक आ चुके थे ताकि वो अपनी नायिका की एक झलक देख सकें।
सितारों की कतारें भी सुबह से ही लग गई थीं। हेमा मालिनी, जया बच्चन, सुष्मिता सेन, अजय देवगन, माधुरी दीक्षित, सुभाष घई, ऐश्वर्या बच्चन, संजय लीला भंसाली सहित सितारों की सूची समय के साथ बढ़ती जा रही थी।
ये सिलसिला अभी दोपहर एक बजे तक चलेगा और उसके बाद उनकी अंतिम यात्रा निकलेगी, जो अंधेरी के लोखंडवाला से निकलेगी जुहू- विले पार्ले स्थित सेवा समाज श्मसान भूमि (पवन हंस के बगल में ) पहुंचेगी जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
चांदनी चली जरुर गई, लेकिन चांदनी कभी मिटती नहीं है। सूरज के प्रभाव में बस उसका अस्तित्व अदृश्य हो जाता है। ये चांदनी भी कभी मिट नहीं सकती। अपने चाहने वाले सिने-प्रेमियों के लिए वो हर पल- हर लम्हें आती रहेगी। दूधिया एहसास में नहलाती रहेगी। बस फ़रियाद यही होगी – याद करते रहना।
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