तेजाब की खुली बिक्री पर दीपिका ने किया सोशल एक्सपेरिमेंट, नतीजे आपको हिला कर रेख देगें
दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक को दर्शकों ने खूब पसंद किया। इस फिल्म का एक डायलॉग काफी फेमस होने के साथ ही सभी के दिलों को छू गया।
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की फिल्म 'छपाक' हाल ही में सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। इस फिल्म में दीपिका ने एसिड सर्वाइवर की भूमिका निभाई है। उनकी फिल्म 'छपाक' दिल्ली की रहने वाली एसिड सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर बनी है। ये फिल्म दीपिका के अबतक के करियर की काफी चैलेंजिंग फिल्मों में से एक रही है। इस फिल्म के जरिए दीपिका ने एसिड अटैक मामले पर जोरदार प्रहार किया है। फिल्म को लेकर अबतक कई विवाद सामने आ चुके हैं। बावजूद इसके दीपिका ने हार नहीं मानी। वहीं फिल्म रिलीज के बाद दीपिका ने हाल ही में एक सोशल एक्सपेरिमेंट भी किया और ये जानने की कोशिश की कि क्या बाजार में अभी भी आसानी से एसिड बिक रहा है? इस एक्सपेरिमेंट के नतीजे काफी भयानक निकले।
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दीपिका की फिल्म 'छपाक' को दर्शकों ने खूब पसंद किया। इस फिल्म का एक डायलॉग काफी फेमस होने के साथ ही सभी के दिलों को छू गया। यह डायलॉग था, 'कितना अच्छा होता कि एसिड बिकता ही नहीं, बिकता नहीं तो किसी पर फिकता भी नहीं।' इस डायलॉग और एसिड की खुलेआम बिक्री की जमीनी हकीकत को जानने के लिए दीपिका अपनी टीम के साथ बाजार में पहुंचीं। बता दें कि दीपिका ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में एसिड की खुलेआम बिक्री के दांवे की धज्जियां उड़ा कर रख दी।
दीपिका पादुकोण का इससे जुड़ा एक वीडियो भी यू-ट्यूब पर ट्रेंड कर रहा है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि दीपिका की टीम ने एक ही दिन में आसानी से एसिड की 24 बोतल खरीद ली। दीपिका पादुकोण ने इस सोशल एक्सपेरिमेंट के लिए एक टीम जुटाई, जिसमें उन्होंने कुछ कलाकारों को आम व्यक्ति बनाकर दुकान पर एसिड खरीदने के लिए भेजा। दुकानों पर जाकर दीपिका पादुकोण की टीम ने एसिड की मांग की। ग्राहक बने कलाकार ने एसिड खरीदते वक्त दुकानदारों से कहा, 'क्या इससे स्किन जल सकती है?', 'छरछराने वाला तेजाब चाहिए', 'ऐसा तेजाब दीजिए, जिससे इंसान का हाथ जल जाए।'