Move to Jagran APP

Chhapaak : फेक न्यूज में फंसने के बाद बाबुल सुप्रियो की सफाई, बोले- बायकॉट छपाक जैसा कुछ नहीं है

बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट में लिखा ये पता चला है कि छपाक में अपराधी का नाम बशीर खान है न कि सतीश जैसा कि मीडिया में बताया गया है। मुझे लगता है कि बायकॉट छपाक में दिखाया गया है।

By Vineet SharanEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 01:38 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jan 2020 01:39 PM (IST)
Chhapaak : फेक न्यूज में फंसने के बाद बाबुल सुप्रियो की सफाई, बोले- बायकॉट छपाक जैसा कुछ नहीं है
Chhapaak : फेक न्यूज में फंसने के बाद बाबुल सुप्रियो की सफाई, बोले- बायकॉट छपाक जैसा कुछ नहीं है

नई दिल्ली, जेएनएम। दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने के सोशल मीडिया पर उनकी फिल्म छपाक का खूब विरोध हो रहा है। दो दिन से बायकॉट छपाक ट्विटर पर बायकॉट छपाक ट्रेंड कर रहा है। वहीं बाद में सोशल मीडिया पर राजेश और नदीम नाम भी ट्रेंड करने लगा। दरअसल एक रिपोर्ट में कहा गया कि छपाक में एसिड अटैकर का नाम और धर्म बदला गया। इसके बाद कई दिग्गजों ने छपाक मेकर्स पर सवाल उठाए। पर बाद में पता चला की वह खबर फेक थी। पर्यावरण और वन मंत्रालय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी अब इस पर प्रतिक्र‍िया दी है। दीपिका पादुकोण की फिल्म 10 जनवरी को यानी कल रिलीज हो रही है। 

prime article banner

क्या लिखा ट्वीट में

बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट में लिखा, ये पता चला है कि छपाक में अपराधी का नाम बशीर खान उर्फ बब्बू है, न कि सतीश जैसा कि मीडिया में बताया गया है। मुझे पूरी ईमानदारी से लगता है कि बायकॉट छपाक जैसा कुछ नहीं है। दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, हालांकि मुझे लगता है कि बशीर खान का बबलू या सतीश या अजय होने के बारे में स्पष्ट रूप से कहना बुद्धिमानी है। इससे बिना मतलब की परेशानी पैदा होती है जैसा कि हुआ भी है। खासकर से इसलिए है क्योंकि निर्देशक एक राजनीतिक स्टैंड और राय रखते हैं। इससे पहले बाबुल सुप्रियो ने कहा था कि जब आप नाम बदलते हैं तो आप उसी के साथ धर्म भी बदल देते हैं। ये सब जान बूझकर किया गया है। 

दीपिका पादुकोण पर भी बोले बाबुल सुप्रियो

बाबुल सुप्रियो ने कहा- मैं अपनी वोटिंग प्राथमिकताओं या अपने राजनीतिक विचारों के कारण छपाक या दीपिका पादुकोण से मुंह नहीं मोड़ने जा रहा हूं। वो एक बहुत ही प्रतिभाशाली एक्ट्रेस हैं और अगर फिल्म मुझे पसंद आ रही है तो मैं फिल्म देखूंगा। इसका अर्थ ये नहीं है कि वो जो भी कहती हैं मैं उससे सहमत हूं। उनके राजनीतिक विचार उनके अपने हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.