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गोल्ड के सेट से थोक के भाव जूते-चप्पल गायब, किसने किया ये ‘खेल’

मौनी रॉय सहित टीम के सदस्य काफ़ी देर तक अपने जूते चप्पल ढूंढते रहे लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि ये सारा खेल तो...

By Manoj KhadilkarEdited By: Published: Fri, 13 Jul 2018 04:41 PM (IST)Updated: Fri, 13 Jul 2018 04:42 PM (IST)
गोल्ड के सेट से थोक के भाव जूते-चप्पल गायब, किसने किया ये ‘खेल’
गोल्ड के सेट से थोक के भाव जूते-चप्पल गायब, किसने किया ये ‘खेल’

मुंबई। बॉलीवुड में अजय देवगन को सबसे बड़ा प्रैंकस्टर माना जाता है लेकिन इस खेल में खिलाड़ी अक्षय कुमार भी पीछे नहीं हैं। उनकी मज़कियां आदतें कई बार लोगों को टेंशन दे जाती हैं। गोल्ड के सेट पर ऐसा ही कुछ किया है अक्षय कुमार ने।

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रीमा कागती के निर्देशन में बन रही हॉकी के सुनहरे दौर की कहानी गोल्ड की शूटिंग के दौरान अक्षय कुमार ने एक प्रैंक खेला था। बताते हैं कि मुंबई के कमालिस्तान स्टूडियो में गोल्ड के गाने चढ़ गई है कि शूटिंग चल रही थी। शूटिंग के दौरान सभी के जूते-चप्पल बाहर उतारे गए थे। तभी अक्षय वहां आये और उन्होंने सभी के फुटवियर वहां के एयरकंडीशन डक्ट में छिपा दिए। मौनी रॉय सहित टीम के सदस्य काफ़ी देर तक अपने जूते चप्पल ढूंढते रहे लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि ये सारा खेल तो अक्षय कुमार के किया है। हाल ही में फिल्म का ये गाना रिलीज़ किया गया है।

गाने में अक्षय कुमार उर्फ़ तप्पन दास ने शराब पी ली है और उन्हें खूब चढ़ भी गई है. वह झूम-झूम के डांस कर रहे हैं और अजीब सी हरकतें कर रहे हैं। वहां सीन में मौनी रॉय भी नज़र आ रही हैं, जो कि फिल्म में अक्षय कुमार की पत्नी के किरदार में हैं वह गुस्से में आग बबूला हो रही हैं लेकिन अक्षय को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है, वह गाने में भी टेबल पर चढ़ कर खूब नाच रहे हैं। फिल्म गोल्ड में अक्षय और मौनी रॉय के अलावा कुणाल कपूर, अमित साध, विनीत सिंह और निकिता दत्ता हैं। फिल्म की कहानी उस भारतीय हॉकी टीम और उसके मैनेजर की है, जब देश अंग्रेजों के शासनकाल में हॉकी खेला करता था और बाद में आज़ादी के बाद देश को गोल्ड दिलाया l 

फिल्म के निर्माता रितेश सिधवानी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि "हमने इसे वास्तविक घटनाओं के आधार पर ये फिल्म बनाई है l ये बायोपिक नहीं है । यह उस दौर की कहानी है जब हमने आज़ादी हासिल की थी। साल 1933-48 के बीच हिन्दुस्तान में खेल को किस नज़रिये से देखा जाता था, यही इस फिल्म में दर्शाया जाएगा। यह फिल्म सिर्फ हॉकी के बारे में या किसी भी चरित्र पर आधारित नहीं है।"

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