Box Office: '15 अगस्त' पर अक्षय कुमार को हराना नामुमकिन, बॉलीवुड के 5 बड़े मुकाबले
गोल्ड एक पीरियड फ़िल्म है, जो आज़ादी के बाद देश को हॉकी के खेल में मिले पहले ओलंपिक स्वर्ण पदक की जीत पर आधारित है। जॉन की सत्यमेव जयते एक एक्शन मसाला एंटरटेनर है
मुंबई। बॉक्स ऑफ़िस पर टकराव बचाने के लिए मेकर्स तमाम एहतियात बरतते हैं। रिलीज़ डेट्स बेहद सतर्कता के साथ तय की जाती हैं। ख़ासकर बड़े बजट की फ़िल्मों में इस बात को लेकर काफ़ी सावधानी बरती जाती है कि किसी दूसरी बड़ी फ़िल्म से क्लैश ना हो, मगर टकराव फिर भी नहीं टलता।
बॉक्स ऑफ़िस पर ऐसी ही महाटक्कर इस 15 अगस्त को होने वाली है। बड़े बजट की फ़िल्मों के लिए रिलीज़ की पसंदीदा तारीख़ किसी त्योहार या सार्वजनिक अवकाश के इर्द-गिर्द रहती है। स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी भी बॉलीवुड फ़िल्मों की रिलीज़ के लिए अहम समझी जाती है। ख़ासकर उन फ़िल्मों के लिए जिनकी थीम देशभक्ति के भाव को समेटे हुए हो। इस बार 15 अगस्त पर अक्षय कुमार की 'गोल्ड' और जॉन अब्राहम की 'सत्यमेव जयते' रिलीज़ की जा रही हैं। पहले देओल परिवार की 'यमला पगला दीवाना फिर से' भी इसी तारीख़ को रिलीज़ होने वाली थी, मगर इसे 31 अगस्त तक खिसका दिया गया है।
एक ख़्वाब जिसने पूरे देश को एक साथ जोड़ दिया। #200SaalKaBadla@excelmovies @kagtireema @FarOutAkhtar @ritesh_sid @Roymouni @kapoorkkunal @TheAmitSadh @ItsVineetSingh @SunnyK0 pic.twitter.com/f3FfxkNCQK — Akshay Kumar (@akshaykumar) July 31, 2018
'गोल्ड' एक पीरियड फ़िल्म है, जो आज़ादी के बाद देश को हॉकी के खेल में मिले पहले ओलंपिक स्वर्ण पदक की जीत पर आधारित है। अक्षय कुमार फ़िल्म में हॉकी टीम के मैनेजर की भूमिका में हैं। टीवी स्टार मौनी रॉय इस फ़िल्म से अपना फ़िल्मी सफ़र शुरू कर रही हैं। 'गोल्ड' सीधे तौर पर देशभक्ति से जुड़ी फ़िल्म है और इसकी प्रमोशनल सामग्री में भी इस बिंदु को रेखांकित किया जा रहा है। हाल ही में फ़िल्म का हिंदी पोस्टर रिलीज़ किया गया है, जिस पर लिखा गया है- 200 साल की गुलामी का बदला। इस पोस्टर को शेयर करने के साथ अक्षय ने लिखा है- एक ख़्वाब जिसने पूरे देश को एक साथ जोड़ दिया।
वहीं, जॉन की 'सत्यमेव जयते' एक एक्शन मसाला एंटरटेनर है, लेकिन इसकी पृष्ठभूमि में भ्रष्टाचार का ज्वलंत मुद्दा है, जो देश और समाज से सीधा जुड़ा हुआ है। ज़ाहिर है कि 'गोल्ड' और 'सत्यमेव जयते' दोनों ही देशभक्ति की विचारधारा को हाइलाइट करती हैं। हालांकि इस टक्कर से अक्षय और जॉन दोनों ही चिंतित नहीं दिखते।
This Independence Day, Justice will roar! #SatyamevaJayateOn15Aug @zmilap @BajpayeeManoj @SMJFilm @TSeries @EmmayEntertain @nikkhiladvani #BhushanKumar @aishasharma25 pic.twitter.com/j82Bw0LZC7— John Abraham (@TheJohnAbraham) June 20, 2018
वैसे अक्षय कुमार के सामने ऐसी ही चुनौती इस साल की शुरुआत में भी आ चुकी है। अक्षय कुमार की फ़िल्म 'पैड मैन' और संजय लीला भंसाली की 'पद्मावत' के बीच टकराव होने वाला था। अक्षय की 'पैड मैन' 25 जनवरी को रिलीज़ होने वाली थी। मगर, भंसाली इस तारीख़ को अपनी फ़िल्म 'पद्मावत' लेकर आ गये। 'पद्मावत' एक दिसंबर 2017 को रिलीज़ होने वाली थी, मगर सेंसर सर्टिफिकेट ना मिलने की वजह से फ़िल्म की रिलीज़ पोस्टपोन कर दी गयी थी। बाद में अक्षय ने भंसाली के साथ अपने संबंधों के चलते 'पैडमैन' को 9 फरवरी को रिलीज़ करने का फ़ैसला किया। अक्षय का ये निर्णय अच्छा साबित हुआ और फ़िल्म बॉक्स ऑफ़िस पर सफल रही।
स्वतंत्रता दिवस रहा है अक्षय कुमार के नाम
पिछले साल 15 अगस्त के मौक़े पर अक्षय की फ़िल्म 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' आयी थी, जो 11 अगस्त को रिलीज़ हुई थी। यह फ़िल्म 133 करोड़ से ज़्यादा कमाकर सुपरहिट रही है। 2016 में 15 अगस्त पर अक्षय की फ़िल्म 'रुस्तम' का मुक़ाबला रितिक रोशन की फ़िल्म 'मोहनजो-दाड़ो' से हुआ था, जिसमें बाज़ी अक्षय के हाथ लगी थी। दोनों फ़िल्में 12 अगस्त को रिलीज़ हुई थीं। 'रुस्तम' 127 करोड़ से अधिक जमा करके सुपहिट रही तो 'मोहनजो-दाड़ो' 58 करोड़ ही जमा कर सकी थी। 2015 में 14 अगस्त को अक्षय और सिद्धार्थ मल्होत्रा की फ़िल्म 'ब्रदर्स' आयी। इस फ़िल्म ने 82 करोड़ के आस-पास कलेक्शन किया था और औसत रही थी।
'गोल्ड' और 'सत्यमेव जयते' की टक्कर बॉक्स ऑफ़िस पर क्या रंग दिखाती है, यह तो जल्द ही पता चलेगा, फिलहाल पिछले सालों में हुए कुछ ऐसे मुक़ाबलों के बारे में बताते हैं, जो ख़ूब चर्चित रहे।
रईस और काबिल
पिछले साल गणतंत्र दिवस के मौक़े पर 25 जनवरी को शाह रुख़ ख़ान की 'रईस' और रितिक रोशन की काबिल आमने-सामने आयीं। 'काबिल' की रिलीज़ काफ़ी पहले से तय थी, जबकि 'रईस' 2016 में रिलीज़ होने वाली थी, मगर डिले होने की वजह से शाह रुख़ इसे 2017 के जनवरी महीने में ले गये। इसको लेकर 'काबिल' के प्रोड्यूसर राकेश रोशन ने नाख़ुशी भी ज़ाहिर की थी। हालांकि जब दोनों फ़िल्मों ने बॉक्स ऑफ़िस पर अच्छा प्रदर्शन किया तो राकेश की नाराज़गी दूर हो गयी।
- 'काबिल' ₹126.85 करोड़ का कलेक्शन करके सुपरहिट रही, जबकि 'रईस' ₹137.50 जमा करके फ़ायदे में रही।
ऐ दिल है मुश्किल और शिवाय
2016 की दिवाली पर करण जौहर की 'ऐ दिल है मुश्किल' और अजय देवगन की 'शिवाय' के बीच क्लैश काफ़ी ख़बरों में रहा। कुछ नकारात्मक बातें भी हुईं, जिसके चलते करण और अजय की पत्नी काजोल के बीच रिश्ते बिगड़े। बॉक्स ऑफ़िस का ये क्लैश आपसी कलेश में तब्दील हो गया। हालांकि बॉक्स ऑफ़िस पर दोनों फ़िल्मों को नतीजा लगभग एक जैसा रहा।
- 'ऐ दिल है मुश्किल' ने जहां ₹112.50 करोड़ का कलेक्शन किया था, वहीं 'शिवाय' का कलेक्शन ₹100 करोड़ के आस-पास रहा।
रुस्तम और मोहेंजोदड़ो
2016 में ही दूसरी बड़ी टक्कर 'रुस्तम' और 'मोहेंजोदड़ो' के बीच हुई। इत्तेफाकन दोनों फ़िल्म स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर 12 अगस्त को रिलीज़ के लिए स्लेटेड थीं। इस टक्कर में अक्षय कुमार की 'रुस्तम' ने बाज़ी मारी, जबकि रितिक की 'मोहेंजोदड़ो' फ्लॉप रही।
- 'रुस्तम' ने लगभग ₹128 करोड़ का कलेक्शन किया था, वहीं 'मोहेंजोदड़ो' ₹58 करोड़ कर सकी।
बाजीराव मस्तानी और दिलवाले
बाजीराव मस्तानी बनाम दिलवाले 2015 में 'दिलवाले' और 'बाजीराव मस्तानी' के बीच टक्कर काफ़ी चर्चा में रही। शाह रुख़ ख़ान की 'दिलवाले' और संजय लीला भंसाली की 'बाजीराव मस्तानी' 18 दिसंबर को सिनेमाघरों में पहुंचीं। हालांकि बॉक्स ऑफ़िस पर दोनों फ़िल्में कामयाब रहीं।
- 'बाजीराव मस्तानी' को ₹184 करोड़ मिले, जबकि 'दिलवाले' ₹148 करोड़ पर सिमट गयी।
बैंग बैंग और हैदर
बैंग बैंग बनाम हैदर 2014 में 2 अक्टूबर को रितिक रोशन की 'बैंग बैंग' और शाहिद कपूर की 'हैदर' एक साथ आयीं। हॉलीवुड फ़िल्म 'नाइट एंड डे' की हॉलीवुड रीमेक 'बैंग बैंग' जहां एक्शन थ्रिलर फ़िल्म थी, वहीं 'हैदर' कश्मीर में सेट ड्रामा फ़िल्म थी। 'हैदर' को आलोचकों ने पसंद किया, मगर 'बैंग बैंग' दर्शकों की पसंदीदा फ़िल्म रही।
- 'बैंग बैंग' ₹181 करोड़ जमा करके हिट रही, जबकि 'हैदर' महज़ ₹58 करोड़ के आस-पास कलेक्ट कर सकी।