Tandav के बाद अब अमेजन की अब इस वेब सीरीज के खिलाफ दर्ज हुई FIR,अपमानजनक सामग्री दिखाने का लगा आरोप
तांडव के बाद अब अमेजन प्राइम वीडियो की एक और वेब सीरीज विवादों में आ गई है। यह इस ओटीटी प्लेटफॉर्म की सुपरहिट और बहुचर्चिक वेब सीरीज मिर्जापुर है। इस वेब सीरीज के निर्माताओं के खिलाफ कथित रूप से धार्मिक भावनाएं आहत करने
नई दिल्ली, जेएनएन। तांडव के बाद अब अमेजन प्राइम वीडियो की एक और वेब सीरीज विवादों में आ गई है। यह इस ओटीटी प्लेटफॉर्म की सुपरहिट और बहुचर्चित वेब सीरीज मिर्जापुर है। इस वेब सीरीज के निर्माताओं के खिलाफ कथित रूप से धार्मिक भावनाएं आहत करने, अपमानजनक सामग्री और अवैध संबंध दिखाने के अलावा उत्तर प्रदेश के इस शहर की छवि को खराब तरह से दिखाने के मामले में एफआईआर दर्ज की करवाई गई है।
इस एफआईआर को मिर्जापुर के देहात कोतवाली में अरविंद चतुर्वेदी की शिकायत के बाद दर्ज किया गया है। अंग्रेजी वेब साइट द हिंदू की खबर के अनुसार मिर्जापुर के एसपी अजय कुमार ने बताया, 'शिकायतकर्ता अरविंद चतुर्वेदी का आरोप है कि वेब सीरीज में गाली-गलौच से भरी सामग्री, अपमानजनक और अवैध संबंधों को दिखाया गया है। इस शिकायत के आधार पर मिर्जापुर के निर्मताओं और प्लेटफॉर्म के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।'
इस एफआईआर को वेब सीरीज मिर्जापुर के निर्माता रितेश सिधवानी, फरहान अख्तर और भौमिक गोंदालिया के खिलाफ आईपीसी की धारा 295 ए, 504, 505 और आईटी अधिनियम की धाराओं के साथ दर्ज की गई है। वहीं बीते महीने भी मिर्जापुर वेब सीरीज को बंद करने की मांग उठी थी। मिर्जापुर में एक जाति विशेष को लक्ष्य बनाकर अपमानित करने का आरोप लगाया था। इसके विरोध में हाईकोर्ट के अधिवक्ता विजय कुमार द्विवेदी ने इस वेब सीरीज के निर्माता-निर्देशक के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई थी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को पत्र लिखकर वेब सीरीज पर तत्काल रोक लगाने की मांग की थी।
वहीं इन दिनों देश में अमेजन प्राइम वीडियो की नई वेब सीरीज तांडव के खिलाफ पूरे देश में विरोध का आवाज उठ रही है। सोशल मीडिया से लेकर सियासत तक में इस सीरीज की वजह से उबाल आया हुआ है। मुद्दा वही है- धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने का। वेब सीरीज तांडव पर भगवान शिव और राम का अपमान करने का आरोप लगाया गया है। भावनाएं आहत हुईं तो विरोध होने लगा। सीरीज को लेकर निर्माताओं और कलाकारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज़ करवाये गये हैं।
भाजपा के नेता सीरीज को बैन और अमेजन प्राइम प्लेटफॉर्म से हटाने की मांग कर रहे हैं। वहीं, सूचना प्रसारण मंत्रालय भी सक्रिय हो गया है और निर्माताओं के साथ बैठक करके इस विवाद का समाधान खोजने की कोशिश की जा रही है। इस बीच मेकर्स ने भावनाओं को आहत करने के लिए बिना शर्त माफी मांग ली है। मगर, विरोध करने वाले सीरीज को बैन करने से कम पर मानने को तैयार नहीं। फिलहाल बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है। यानी आपत्तिजनक हिस्सों को एडिट करना।