आदित्य सील के लिए मुश्किल साबित हुआ था कोरोना काल, पिता की मौत के बाद मां को मजबूत बनाने में लगाया वक्त
कोरोना काल में अपनों को खोने वालों में अभिनेता आदित्य सील भी हैं। पिछले साल कोरोना से संक्रमित उनके पिता का निधन हो गया। इस साल वह खुद कोरोना संक्रमित हो गए थे। उन्होंने मुश्किलों के बावजूद संयम रखा।
प्रियंका सिंह, मुंबई। कोरोना काल में अपनों को खोने वालों में अभिनेता आदित्य सील भी हैं। पिछले साल कोरोना से संक्रमित उनके पिता का निधन हो गया। इस साल वह खुद कोरोना संक्रमित हो गए थे। उन्होंने मुश्किलों के बावजूद संयम रखा। उनके आगामी प्रोजेक्ट्स में फिल्म 'राकेट गैंग' और वेब सीरीज 'मुगल्स' शामिल हैं। उनसे बातचीत के अंश...
इस साल आप कोरोना संक्रमित हुए थे। पिछले साल इसकी वजह से अपने पिता को खो दिया था। मुश्किल वक्त में हिम्मत कैसे बनाए रखी?
इस हिम्मत की वजह मेरी मां हैं। पापा को खोने के बाद मैंने अपना वक्त मां को मजबूत बनाने में लगाया। मैं कमजोर पड़ता तो वह कमजोर हो जातीं। पुराना घर बेचकर मैंने नया घर लिया ताकि परिवार और दोस्तों के करीब रह सकूं। मां होममेकर रही हैं। हमारा फैमिली बिजनेस है। मां को ऑफिस जाने के लिए प्रेरित किया। उनके आत्मविश्वास ने नई ऊंचाई पाई। अब तो नई सोसाइटी में उन्होंने बहुत दोस्त बना लिए हैं।
करीबी दोस्तों की अहमियत कितनी समझ आई। अनुष्का रंजन आपकी करीबी हैं। उन्होंने भी सपोर्ट किया...
मैंने बहुत बुरा वक्त देखा जो करीबियों की वजह से गुजर गया। मैंने नया घर अनुष्का की सोसाइटी में लिया है। हमारी विंग्स अलग हैं। मेरी मां अनुष्का और उनकी मां के साथ काफी घुल-मिल गई हुई हैं। जरूरत के वक्त उन्होंने साथ दिया था।
आपकी फिल्म 'राकेट गैंग' पर काम कहां तक हुआ है?
फिल्म की थोड़ी शूटिंग बची है, जिसपर जल्द काम शुरू होगा। 'राकेट गैंग' की कहानी बच्चों के लिए है। इसमें डांस, कामेडी और हॉरर का मिश्रण है।
'मुगल्स' में आपका किरदार क्या होगा?
इस वेब सीरीज में मुगल शासकों की कहानी होगी। हर सीजन एक मुगल शासक पर आधारित होगा। मैं इसमें एक शहजादे का किरदार निभा रहा हूं। अगले सीजन में मैं मुगल शासक का किरदार निभाऊंगा। स्कूल में मैं इतिहास विषय में बहुत कमजोर था। मुझे तारीखें याद नहीं रहती हैं। इस किरदार को निभाने के बाद काफी ज्ञान बढ़ा है। अगर मुझसे कोई बाबर के बारे में पूछेगा तो मैं जवाब दे पाऊंगा कि उनका सफर कहां से शुरू हुआ, कहां खत्म हुआ।
युवा वर्ग से जुड़ाव की कोशिशें कितनी होती हैं?
मैं खुद युवा हूं, इसलिए उनके प्रति मेरी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। 'स्टूडेंट आफ द ईयर 2' में मुझे बच्चों और युवाओं ने काफी पसंद किया था। जब भी वे मुझसे कोई सवाल पूछते हैं तो सही जवाब देना और मार्गदर्शन करना मेरी जिम्मेदारी बन जाती है।