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अभिषेक की दादी तेजी का रहा है पंजाब कनेक्शन, मनमार्ज़ियाँ में सिख बने अभिषेक ने यूं याद किया

बता दें कि अनुराग की फिल्म मनमार्ज़ियाँ 14 सितंबर को रिलीज़ होगी.

By Manoj KhadilkarEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 01:54 PM (IST)Updated: Sat, 08 Sep 2018 08:31 AM (IST)
अभिषेक की दादी तेजी का रहा है पंजाब कनेक्शन, मनमार्ज़ियाँ में सिख बने अभिषेक ने यूं याद किया
अभिषेक की दादी तेजी का रहा है पंजाब कनेक्शन, मनमार्ज़ियाँ में सिख बने अभिषेक ने यूं याद किया

अनुप्रिया वर्मा, मुंबई. अभिषेक बच्चन इन दिनों फिल्म मनमार्ज़ियाँ को लेकर उत्साहित हैं. फिल्म में वह एक पंजाबी लड़के के किरदार में हैं. अभिषेक कहते हैं कि उनकी दादी तेजी बच्चन पंजाबी थीं. इस लिहाज से उनका पंजाब से जुड़ाव रहा है.

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वह कहते हैं कि एक एक्टर होने के यही फायदे होते हैं कि आप वो जगह भी घूम लेते हैं, जिन जगहों पर आप कभी गये नहीं होते हैं. उन जगहों पर जा पाते हैं. अभिषेक कहते हैं कि पंजाबी किरदार निभाते हुए या इस तरह के किसी भी किरदार को निभाते हुए कि किसी की भी भावना को आहत नहीं हो. अभिषेक बताते हैं कि उन्होंने पंजाब में आहूजा लस्सी का आनंद बहुत उठाया. अभिषेक ने बताया कि उन्होंने वहां शूटिंग भी की थी. बचपन में वह पंजाब कुछ दिन जाते रहते थे. अभिषेक कहते हैं कि वो अनुराग के साथ शांति से बिना किसी को बताये ढाबे पर जाकर खाना खा लेते थे.

अभिषेक कहते हैं कि मुंबई के बाहर जाकर काफी अलग ज़िंदगी देखते हैं लेकिन आपको काफी एक्सप्लोर करने का मौका नहीं मिल पाता है, क्योंकि शूटिंग में ही आप व्यस्त होते हैं. मनमार्ज़ियाँ लव स्टोरी है. ऐसे में इस बारे में बात करते हुए कहते हैं कि अब के दौर में प्यार की परिभाषा इस रूप में बदली है कि अब पहले की तरह प्यार में वह शर्मिलापन नहीं है लेकिन इसमें कोई बुराई भी नहीं है. तापसी के बारे में अभिषेक कहते हैं कि मैंने उनकी पिंक देखी है. वह बेहतरीन अभिनेत्री हैं. उन्होंने कहा कि विक्की और तापसी के साथ काम करने का अनुभव इसलिए भी खास रहा, क्योंकि ये नए स्टार्स काफी मेहनती होते हैं और सही तरीके से काम करना पसंद करते हैं. बता दें कि अनुराग की फिल्म मनमार्ज़ियाँ 14 सितंबर को रिलीज़ होगी.

एक इंटरव्यू में अभिषेक ने अपने पिता के गुस्से को लेकर भी बात कही l अभिषेक कहते हैं कि अमिताभ के गुस्सा दिखाने का तरीका अलग था. वह कभी भी गुस्से में बुरी बातें नहीं कहते थे और न ही जोर से डांटते थे. अभिषेक कहते हैं कि आज तक हमने कभी पापा की ऊँची आवाज सुनी ही नहीं है, ऐसे में ये पूछे जाने पर कि अगर अमिताभ गुस्से में हैं. तो वह अपना गुस्सा किस तरह से जाहिर करते थे, अभिषेक ये राज़ खोलते हैं कि अमिताभ का बस एक लुक ही काफी होता था और दोनों बच्चे समझ जाते थे, कि पापा नाराज हैं और वह फ़ौरन अपनी गलती सुधार लेते थे.

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