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सुरक्षित हो शहर ए ताज: आमिर खान

जागरण के अतिथि संपादक की भूमिका में बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने रविवार को 'सुंदर आगरा, सुरक्षित आगरा' अभियान की शुरुआत की। कहा कि आगरा ऐसा शहर है, जहां दुनिया भर से लोग ताजमहल देखने आते हैं। यह जरूरी है यह सुंदर हो, साफ हो और सुरक्षित

By rohit guptaEdited By: Published: Tue, 11 Nov 2014 01:25 PM (IST)Updated: Tue, 11 Nov 2014 01:27 PM (IST)
सुरक्षित हो शहर ए ताज: आमिर खान

जागरण संवाददाता, आगरा: जागरण के अतिथि संपादक की भूमिका में बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने रविवार को 'सुंदर आगरा, सुरक्षित आगरा' अभियान की शुरुआत की। कहा कि आगरा ऐसा शहर है, जहां दुनिया भर से लोग ताजमहल देखने आते हैं। यह जरूरी है यह सुंदर हो, साफ हो और सुरक्षित हो। जिससे आने वाले यहां से खुशनुमा अहसास लेकर जाएं और दुनिया में भारत की खूबसूरत छवि कायम हो।

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आगरा में लाइव शो 'मुमकिन है' के बाद आमिर खान दैनिक जागरण के अतिथि संपादक बने। उन्होंने जागरण के 'सुंदर आगरा, सुरक्षित आगरा' का लोगो लांच कर अभियान की शुरुआत की। जागरण ने शहर को सुंदर और सुरक्षित बनाने के लिए यह पहल की है। इसमें सफाई, सुंदरता, सुरक्षा संबंधी समस्याओं को उजागर कर, निदान के सुझाव के साथ उन्हें मुकाम तक पहुंचाने का भी प्रयास किया जाएगा। शासन, प्रशासन और जनता को साथ जोड़कर यह कोशिश होगी।

आमिर खान ने अभियान की रूपरेखा की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि कोशिश दो तरह से होती है, एक ऊपर से और एक नीचे से। ऊपर से जब कोशिश होती है तो कानून बनते हैं। नीचे से जब कोशिश होती है तो लोगों के मन तक पहुंचा जाता है। जिससे प्रेरित होकर वो वही करें, जो उन्हें करना चाहिए। जैसे चार पहिया सीट बेल्ट लगाने का नियम हैं। एक तरह के लोग तब सीट लगाते हैं, जब सामने पुलिस बूथ दिखता है। दूसरी तरह के घर से ही सीट बेल्ट लगाकर चलते हैं, क्योंकि उन्हें अहसास है कि यह उनकी अपनी सुरक्षा के लिए है। लोगों में यही भाव पैदा करना जरूरी है। साथ ही संबंधित विभागों को अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित करना भी आवश्यक है।

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कूड़े उठाना नहीं, उसका उपयोग जरूरी

अभियान की शुरुआत करते हुए अभिनेता आमिर खान ने कूड़ा निस्तारण को सर्वाधिक जरूरी बताया। आमिर ने पूछा कि आगरा में कूड़ा निस्तारण की क्या व्यवस्था है, फिर बोले कि कूड़ा निस्तारण का मतलब यही समझा जाता है कि कूड़े को कूड़ेदान में डाला जाए। फिर संबंधित निकाय उसे उठवाकर डंपिंग ग्राउंड में डाल देता है। हमने सत्यमेव जयते शो के दूसरे सीजन में इस इश्यू को उठाया था। तब हमारी कई विशेषज्ञों से बात हुई थी और कूड़े का उपयोग करने के उपाय सुझाए थे।

आमिर की सीख

- गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग रखें।

- नगर निगम अकेला स्वच्छता नहीं रख सकता। लोग और निगम मिलकर ही सफाई रख सकते हैं।

- कूड़े में जो रीसाइकिलिंग वाला मैटीरियल हो, उसे अलग करें।

- यदि कूड़ा डंपिंग ग्राउंड पर पहुंच रहा है, तो हम उसका सही निस्तारण नहीं कर रहे।

- मेडिकल वेस्ट के निस्तारण की व्यवस्था अलग हो। इसे सॉलिड वेस्ट में न मिलाएं।


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