उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017: कर्णप्रयाग में प्रचार को हरदा पर दारोमदार
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 में कर्णप्रयाग में कांग्रेस ने चुनाव प्रचार का जिम्मा मुख्यमंत्री हरीश रावत और चमोली जिले के विधायकों पर छोड़ा है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: राज्य की एकमात्र विधानसभा सीट कर्णप्रयाग में कांग्रेस ने चुनाव प्रचार का जिम्मा मुख्यमंत्री हरीश रावत और चमोली जिले के विधायकों पर छोड़ा है। पार्टी का कोई भी बड़ा राष्ट्रीय नेता कर्णप्रयाग का रुख करने के मूड में नहीं है।
कर्णप्रयाग सीट पर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने का दारोमदार पूरी तरह मुख्यमंत्री हरीश रावत पर है। मुख्यमंत्री दो दिनों से कर्णप्रयाग में चुनाव प्रचार की मुहिम संभाले हुए हैं।
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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 में कर्णप्रयाग सीट पर चुनाव प्रचारच कर रहे सीएम का सहयोग उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी सुरेंद्र सिंह नेगी भी कर रहे हैं। पार्टी एकमात्र सीट के लिए होने जा रहे चुनाव में किसी अन्य बड़े नेता को बुलाने नहीं जा रही है।
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दरअसल, पार्टी यह मानकर चल रही है कि 15 फरवरी को मतदान से पहले कर्णप्रयाग सीट पर भी चुनाव प्रचार में ताकत झोंकी जा चुकी है। कांग्रेस प्रत्याशी की चुनावी मुहिम को धार देने का जिम्मा चमोली जिले के स्थानीय विधायकों पर भी है।
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बदरीनाथ सीट से विधायक और काबीना मंत्री राजेंद्र भंडारी के साथ ही थराली से विधायक जीतराम भी कर्णप्रयाग में चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। इसके अलावा अल्मोड़ा जिले की द्वाराहाट सीट से विधायक मदन बिष्ट भी कांग्रेस प्रत्याशी अनुसूया प्रसाद मैखुरी के पक्ष में मैदान में डटे हैं।
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कर्णप्रयाग में अंतिम दौर के चुनाव प्रचार में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय शामिल नहीं हो पाएंगे। किशोर इन दिनों परिजन की बीमारी के चलते नई दिल्ली में हैं।
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