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चुनाव 2017: शिवपाल के बगावती तेवर, 11 मार्च के बाद बनाएंगे नई पार्टी

शिवपाल यादव ने इटावा की जसवंतनगर सीट से नामांकन भरने के बाद कहा कि वे 11 मार्च के बाद नई पार्टी बनायेंगे। मेरे साथ भितरघात किया गया।

By Ashish MishraEdited By: Published: Tue, 31 Jan 2017 11:27 AM (IST)Updated: Tue, 31 Jan 2017 04:02 PM (IST)
चुनाव 2017: शिवपाल के बगावती तेवर, 11 मार्च के बाद बनाएंगे नई पार्टी
चुनाव 2017: शिवपाल के बगावती तेवर, 11 मार्च के बाद बनाएंगे नई पार्टी

लखऩऊ (जेएनएन)। सपा नेता शिवपाल यादव ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी से यूपी विधानसभा चुनाव 2017 के लिये नामांकन करने के बाद अपने बागी तेवर नुमाइश पंडाल में आयोजित नामांकन जनसभा में दिखा दिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं के जोश के बीच एलान किया कि वे 11 मार्च के बाद नई पार्टी का गठन करेंगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनके साथ भितरघात किया गया है और मुलायम सिंह यादव सहित उनके लोगों को लगातार अपमानित किया जा रहा है। पूरे भाषण के दौरान उनके निशाने पर अप्रत्यक्ष तौर पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव रहे।

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उन्होंने बगैर नाम लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर तंज कसा कि सपा का चुनाव चिह्न उनकी कृपा से मिला है। हालांकि वे निर्दलीय लड़ने को भी तैयार थे। 15 दिन पूर्व चुनाव लड़ने का मेरा मन नहीं था। परंतु जनता की ताकत मिलने पर मैं मैदान में आ गया हूं।कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 105 सीटें दे दी गईं जबकि कांग्रेस की हैसियत केवल चार सीटों की थी। हमारे जिताऊ उम्मीदवारों की सीटें काटकर कांग्रेस की झोली में डाल दीं। उन्होंने कहा कि मरते दम तक मुलायम सिंह यादव के साथ रहूंगा और हमारे जो उम्मीदवार उनके आशीर्वाद से दूसरे दलों से चुनाव लड़ रहे हैं उनका प्रचार करूंगा।

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शिवपाल यादव ने कहा कि हमारे पास जो विभाग थे वो अच्छे चले। हमने काफी काम किया परंतु हमारी फाइलें जानबूझकर रोकी जाती रहीं फिर भी हमने काम किए। बाधाओं के बावजूद विभाग चलाये। बहुत से लोगों को नौकरी नहीं दे पाये इसका मुझे मलाल है। हम बर्खास्त भी हुए कि कोई गलत काम न हो, इसी का हमने विरोध किया और नेता जी ने हमारा समर्थन किया तो हम दोनों लोगों पर हमला बोला गया। मैंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहा था कि सबकुछ ले लो मगर नेताजी को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना रहने दो। हमारे लोग आज भी संघर्ष कर रहे हैं और जेलों में हैं। बहुत से ऐसे मंत्री हैं जो सिर्फ फोटो खिंचवाते हैं वो नहीं हटाये गये। जो काम कर रहे थे उन्हें हटा दिया गया।

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शिवपाल यादव ने कहा कि हमारी लिस्ट का कहीं विरोध नहीं था। पक्के समाजवादी का टिकट केवल अखिलेश यादव, इसलिए काटा गया कि शिवपाल सिंह यादव कैसे कमजोर हों। हम स्टार प्रचारक नहीं हैं अच्छा है। हम इसी का प्रचार करेंगे। मैं नेताजी के निर्देश पर चुनाव लड़ रहा हूं। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव पर भी बगैर नाम लिए हमला बोला और कहा कि जो लोग कब्जा कर रहे थे, अवैध शराब बिकवा रहे थे यह कौन नहीं जानता। इसी का विरोध करने का खामियाजा मुझे भुगतना पड़ा।

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शिवपाल यादव ने उपस्थित जनसमूह से कहा कि जो लोग गलत काम कर रहे हैं उन प्रत्याशियों को चुनाव में जीतने मत देना। अगर कहीं पर भी समाजवादी लोग दुखी हैं तो वे मुझे पत्र लिखकर दे दें, हम घर बैठे उनकी मदद करेंगे।
जनसभा में बड़ी संख्या में प्रदेश स्तर से शिवपाल के समर्थक आए थे। उनमें पूर्व मंत्री अशोक वाजपेयी, पूर्व शिक्षा मंत्री अमरजीत सिंह जनसेवक, पूर्व विधायक महेंद्र सिंह, सांसद मैनपुरी तेज प्रताप सिंह यादव, मुलायम
सिंह यादव के भाई अभयराम सिंह यादव व राजपाल सिंह यादव उनके जीजा ब्लाक प्रमुख बसरेहर अजंट सिंह यादव, उनका पुत्र आदित्य यादव भी मौजूद थे।
इससे पूर्व कचहरी परिसर में नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि उन्होंने नामांकन समाजवादी पार्टी से किया है। हमारे जिन लोगों के टिकट काटे गए हैं उनके प्रचार में वे जाएंगे। जो लोग बसपा, भाजपा, कांग्रेस में गए हैं उनका प्रचार वे नहीं करेंगे।


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