टिकट मिलने के बाद वाराणसी में दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' ने सपा पर साधा निशाना
दिनेश लाल यादव ने कहा कि भले ही मैं पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ रहा हूं लेकिन मैं वर्तमान प्रधानमंत्री के साथ चुनाव लड़ रहा हूं जिनके साथ पूरा देश खड़ा है।
वाराणसी, जेएनएन। आजमगढ़ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ चुनावी भूमि में उतरे भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार और बीजेपी प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ ने कहा कि 'हम यादव हैं इसलिए अखिलेश भक्त नहीं हैं, हम देश भक्त हैं।' समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को अपना बडा भाई बताने के साथ ही साथ सपा पर वंशवाद की राजनीति करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि अगर असली लोकतंत्र देखना है तो भाजपा से बडा उदाहरण नहीं मिल सकता, जिसमें एक आम कार्यकर्ता और प्रचारक भी देश का प्रधानमंत्री बन सकता है, ना कि किसी नेता का बेटा ही पार्टी का अध्यक्ष बने।
उन्होंने कहा कि मैं यादव हूं इसलिए मैं देशभक्त हूं और ऐसे लोगों के साथ नहीं हूं जो अपने ही देश के प्रधानमंत्री के लिये वो सोच रखता हो, जोकि पाकिस्तान रखता है। दिनेश ने दावा किया कि मेरे लिए आजमगढ़ जीतना मुश्किल नहीं होगा। भले ही मैं पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ रहा हूं, लेकिन मैं वर्तमान प्रधानमंत्री के साथ चुनाव लड़ रहा हूं जिनके साथ पूरा देश खड़ा है।
बुधवार को सारनाथ के सलारपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए दिनेश लाल ने कहा कि अखिलेश परिवारवाद की राजनीति करते हैं, जिसकी वजह से पूर्वांचल में उन्होंने दूसरे यादव जाति के लोगों पर भरोसा न कर खुद चुनाव लड़ने की सोची। वहीं बाकी जगहों पर अपने परिवार के लोगों को ही टिकट दे डाला।
महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि दलित की बेटी कहने वाली मायावती यदि सच में दलितों की मसीहा होतीं तो 38 सीट में से जो 35 टिकट उन्होंने अब तक दी हैं, वह सभी टिकट दलितों को देतीं। मायावती दलितों की मसीहा हैं तो उनको दलित समाज के लोगों को संसद में भेजने के बारे में सोचना चाहिए। बसपा या सपा ने सिर्फ और सिर्फ जाति की राजनीति करके अपने लोगों को ठगने का काम किया है। अब जनता जान चुकी है कि काम सिर्फ नरेंद्र मोदी ही करेंगे। दिनेश लाल यादव द्वारा बीजेपी ज्वाइन करने के बाद से ही सोशल मीडिया पर अखिलेश समर्थकों ने उन्हें खासा ट्रोल किया है।