यूपी विधानसभा चुनाव: पदमश्री नीरज को अखिलेश यादव की सरकार बनने में संदेह
पदमश्री गोपाल दास नीरज बोले अखिलेश ने अच्छा किया कार्य, लेकिन सरकार फिर बनेगी कहा नहीं जा सकता। इस बार समाजवादी पार्टी का टिकट प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने बांटा है।
आगरा (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बड़े प्रशंसक पदमश्री गोपाल दास 'नीरज' को इस बार उनकी सरकार बनने में संदेह है। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर ताजनगरी आगरा में आज कवि गोपाल दास नीरज ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
मुलायम सिंह यादव को सियासत की विरासत मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सौंपने की सलाह देने वाले महाकवि गोपाल दास 'नीरज' ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अब अखिलेश की सरकार बन पाएगी। उनका आकलन है कि वर्तमान परिस्थितियों के आधार पर किसी राजनीतिक दल को बहुमत मिलता नहीं दिखाई दे रहा। चुनाव बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लग सकता है।
विख्यात गीतकार तथा कवि पदमश्री गोपाल दास 'नीरज' ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश यादव ने काफी अच्छा काम किया है। मैं भी उनके काम का प्रशंसक हूं, लेकिन उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से उनकी सरकार बनने पर मुझे संदेह है। पदमश्री गोपाल दास नीरज बोले अखिलेश ने अच्छा किया कार्य, लेकिन सरकार फिर बनेगी कहा नहीं जा सकता।
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उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी को भी बहुमत न मिलने की स्थिति में यहां पर राष्ट्रपति शासन लग सकता है। उन्होंने यह भी साफ किया कि मैंने कभी भी किसी पार्टी से बेटी कुंदनिका शर्मा के लिए टिकट नहीं मांगा है। फिलहाल तो वह समाजवादी पार्टी में ही है। उन्होंने कहा कि उसका टिकट समाजवादी पार्टी की कलह के कारण ही कटा है। उन्होंने कहा कि इस बार समाजवादी पार्टी का टिकट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने बांटा है।
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पद्म भूषण महाकवि गोपाल दास 'नीरज' अपनी बेटी आगरा उत्तर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. कुंदनिका शर्मा के मीडिया से बात कर रहे थे। अखिलेश का कार्यकाल कैसा रहा, पर कहा कि बतौर मुख्यमंत्री अखिलेश ने अच्छा काम किया है। मगर, समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी, कहा नहीं जा सकता।
महाकवि का कहना था कि राजनीतिक पार्टियां जाति के आधार पर टिकट वितरण कर रही हंै, लेकिन जनता को योग्य और जुझारू व्यक्ति चुनना चाहिए। नोटबंदी से जनता को काफी परेशानी उठानी पड़ी। इसका नकारात्मक असर चुनाव पर पड़ सकता है। सपा-कांग्रेस के गठबंधन पर टिप्पणी न कर इससे जुड़े सवाल को हंसकर टाल गए।
पारिवारिक विवाद में कटा मेरी बेटी का टिकट
महाकवि नीरज की बेटी कुंदनिका शर्मा को पूर्व में मुलायम सिंह की सूची में सपा प्रत्याशी घोषित किया गया था। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद अखिलेश यादव ने उनका टिकट काट दिया। कुंदनिका के टिकट कटने के सवाल पर कहा कि सपा में हुए पारिवारिक विवाद के कारण उनकी बेटी का टिकट कटा। अब पार्टी महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने उम्मीदवारों के टिकट फाइनल किए हैं। अब देखना है क्या परिणाम होता है, लेकिन फिर से अखिलेश यादव का मुख्यमंत्री बनना काफी मुश्किल है।