लखनऊ (जेएनएन)। विधानसभा चुनाव के आखिरी दौर में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री, उनके मंत्रियों व भाजपा पर हमला और तेज कर दिया है। कहा कि कैशलेस इकोनॉमी का दावा करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्री इन दिनों में काशी में काले धन से कचौड़ी-पकौड़ी खा रहे है। चेक, कार्ड लेकर क्यों नहीं जा रहे हैं? प्रेस कांफ्रेंस में सपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री हावर्ड विश्वविद्यालय पर हार्डवर्क के भारी होने की बात करते हैं, मगर उनसे सवाल पूछता हूं कि उत्तर प्रदेश में हार्डली कोई काम किया हो तो बताएं। यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को उनके सलाहकार गुमराह कर रहे हैं। कभी बिजली, कभी अपराध पर गलत बातें कही जा रही हैं। यूपी में अब पुलिस सौ नंबर से चलती है। अगर वह चाहें तो अपने भरोसे व्यक्ति को किसी पुल, सुनसान स्थान पर भेजकर 100 नंबर डायल कराकर देखें, पुलिस पहुंचती है कि नहीं। अखिलेश ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने अगर इन लोगों को भेजा और मुकदमों के चलते पुलिस ने पकड़ लिया तो क्या होगा?
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हमें बतायें कहां है रेट
मीरजापुर में प्रधानमंत्री के भाषण का हवाला देकर पलटवार के अंदाज में अखिलेश यादव ने कहा कि वह बतायें प्रदेश में शिकायतों पर कहां रेट चल रहा है। प्रधानमंत्री जो ये बात कह रहे है कि यूपी में नौकरी में, पेंशन में रेट चलता है तो बतौर सीएम मुझे बताया जाए किया क्या रेट चल रहा है? मैं उसे खत्म करने की कोशिश करूंगा। कहा कि हमने तो 32 हजार पुलिस भर्ती की। इससे पहले 40 हजार लोगों को भर्ती किया। कई जिलों के नाम गिनाते हुए कहा कि जाकर पता करें कि ईमानदारी से भर्ती हुई है कि नहीं। केंद्र सरकार ने ढेरों योजनाओं में प्रदेश सरकार को प्रथम पुरस्कार दिया है, प्रधानमंत्री यह भी पता करायें कि उनकी सरकार ने काम के बल पर यह पुरस्कार दिया है या वहां भी कोई रेट चल रहा है।
लैपटॉप पर सवाल का जवाब
अखिलेश ने कहा कि भाजपा कह रही है कि लैपटॉप हमने अपने लोगों को दिया है। सफाई के अंदाज में कहा कि सरकार ने उन लोगों को लैपटॉप दिया है जो मेरिट में थे। फिर वाराणसी के टॉप टेन छात्रों के नाम गिनाये, इत्तिफाक से इसमें एक भी अल्पसंख्यक व यादव नहीं था। फिर उन्होंने कन्या विद्या धन के टॉप टेन लाभार्थियों का नाम गिनाया और कहा कि प्रधानमंत्री के ढेरों मंत्री वाराणसी में है, इन बच्चों के घर जाकर पूछ लें कि उन्हें मदद कैसे मिली।
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ट्रेन हादसे की कार्रवाई पर हमला
वाराणसी में इतनी बड़ी संख्या में केंद्रीय मंत्री उतरे हैं। वे बताएं कि उनके विभाग ने क्या काम किया है? रेल मंत्री भी वाराणसी में कहा कि बतायें कि कानपुर के घाटमपुर में पटरी आइएसआइ ने काटी थी, या फिर उनके इंजीनियर की गलती से यह हादसा हुआ था। और हादसे के बाद मदद के नाम पर घायलों को बंद हो चुके नोट थमाकर पीडि़तों का मजाक क्यों उड़ाया गया था?मंत्री गायत्री प्रजापति के मुख्यमंत्री आवास में छिपे होने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य के ट्वीट को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश ने व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा वह ट्वीट करने लगा। हिंदी में ट्वीट किया या अंग्रेजी में। उनसे पहले ट्वीट का अर्थ पूछ लिया जाए। फिर कहा कि आप सब कैमरा लेकर चलिए देख लीजिए। कहां कौन है।
बिजली के तार पर सफाई
मुख्यमंत्री ने सफाई देने के अंदाज में कहा कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि प्रधानमंत्री बिजली का तार पकड़ लें। उन्होंने बाबा योगी आदित्यनाथ के लिए यह कहा था। मगर प्रधानमंत्री व उनके मंत्री काशी में हैं। बाबा विश्वनाथ भी हैं, वहीं पास से गंगा मैया भी बह रही हैं, उनकी कसम खाकर बतायें कि वाराणसी में 24 घंटे बिजली आ रही है कि नहीं। कहा कि कुछ दल बिजली का तार ही पकडऩा चाहते हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि कुछ काम करें। प्रधानमंत्री विज्ञापन पर भी इमोशनल होते है फिर नाराज हो जाते है। वह काम की बात करें। अखिलेश यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री कच्छ की बेटियों के साथ जो अन्याय हुआ है, उनकी मदद करने का प्रयास करें। उनका दुख समझें। कहा कि उन बेटियों के साथ अन्याय की खबरें नहीं बनी। मौका मिलेगा तो हम उन बेटियों का दुख सुनने जाएंगे।
आगरा एक्सप्रेस वे याद किया जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा, हम जिला मुख्यालयों को फोर लेन से जोड़ रहे हैं। शहरों में 24 घंटे बिजली दे रहे हैं। हम मानते हैं कि वादाखिलाफी भी भ्रष्टाचार है। पीएम कब्रिस्तान और श्मशान की बात कर रहे हैं, हम लैपटॉप और स्मार्टफोन की बात कर रहे हैं। हमने लोहिया आवास दिया है, पीएम ने कौन सा आवास दिया है? हमने गंगा पर आठ लेन पुल बनाया। उनकी सरकार ने क्या किया। आगरा एक्सप्रेस याद किया जाएगा। अखिलेश ने राहुल गांधी नारियल जूस के सवालों पर कहा कि प्रधानमंत्री को न जाने कौन सलाह दे रहा है।