यूपी चुनाव 2017 : मायावती ने अमित शाह को बताया कसाब से 'बड़ा'
बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज अंबेडकरनगर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान मायावती ने भारतीय जनता पार्टी के साथ ही प्रदेश की सत्ता पर काबिज समाजवादी पार्टी जमकर हमला बोला।
अंबेडकरनगर (जेएनएन)। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह को कसाब के मामले में आड़े हाथ लिया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान से पहले प्रचार में लगीं बसपा अध्यक्ष ने अमित शाह को कसाब से भी बड़ा बताया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज अंबेडकरनगर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान मायावती ने भारतीय जनता पार्टी के साथ ही प्रदेश की सत्ता पर काबिज समाजवादी पार्टी जमकर हमला बोला। उन्होंने प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी को घेरा। इसके साथ ही नोटबंदी के मामले में भारतीय जनता पार्टी पर भी निशाना साधा।
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बसपा सुप्रीमो ने अमित शाह के कसाब वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने जो कसाब की संज्ञा दी, उससे उनका घटियापन दिखाई देता है। पूरा देश जानता है कि अमित शाह जैसा कसाब यानी आतंकवादी कोई नहीं है। उनका बयान उनकी घटिया सोच को दर्शाता है। अमित शाह ने कल आजमगढ़ के अतरौलिया में कहा था कि 'कसाब' से यूपी को मुक्त कराना है। कसाब का मतलब उन्होंने कांग्रेस, सपा और बसपा बताया था।
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बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो ने कहा कि प्रदेश की सपा सरकार गुंडो से भरी हुई है। सरकार के लोग भूमाफिया है। बसपा का प्रचार तो अखिलेश यादव मुफ्त में ही कर रहे हैं। बीएसपी पूर्ण बहुमत से आ रही है। इस बार प्रदेश में मेरी पूरी ताकत प्रदेश के लोगो को सुरक्षित रखने व विकास के लिए लगाई जाएगी। जिन भूमाफियाओं ने अपके पट्टों पर कब्ज कर लिए है, उनको अभियान चला कर मुक्त कराया जाएगा। मायावती ने कहा कि इस बार मेरी सरकार प्राथमिक स्कूल की तरफ पूरा ध्यान देगी। प्रदेश में लोगों को राशन सस्ता मिले इसके लिए जरुरी कदम उठाए जाएंगे।
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कर्ज माफ़ी की घोषणा भी चुनावी जुमलेबाजी
बसपा सुप्रीमों मायावती ने यहां कहा की बीजेपी सरकार की कर्ज माफ़ी की घोषणा भी चुनावी जुमलेबाजी है।उन्होंने सवाल किया की पौने तीन साल के कार्यकाल में कितने गरीबों के खाते में 15-15 लाख रुपये आए।कितने किसानों का कर्ज माफ़ किया?उन्होंने सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा को यह सरकार कदम कदम पर फेल रही।मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे को आगे करने के लिए भाई शिवपाल को किनारे कर दिया।इस चुनाव में सपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। प्रधानमंत्री को जुमलेबाज बता वापस गुजरात भेजने का आह्वान जनता से किया।
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