यूपी चुनाव: पीएम मोदी को अखिलेश की चुनौती, काम और विकास पर करें बहस
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को काम और विकास के मुद्दे पर बहस की चुनौती दी और कहा कि कौन से काम किये, जनता को बताएं, हम अपना काम बता रहे हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को काम और विकास के मुद्दे पर बहस की चुनौती दी है। कहा, कि उन्होंने कौन से काम किये, जनता को बताएं, हम अपना काम बता रहे हैं। पीएम के आरोप पर पलटवार करते हुए अखिलेश ने कहा कि पीएम को किसी ने कंफ्यूज कर दिया है। वह कहते हैं कि सपा के लोग थाना चला रहे हैं लेकिन, उन्हें पता नहीं कि यूपी में 100 नंबर चल रहा है। पुलिस हर आदमी की मदद के लिए दस मिनट में पहुंच रही है। अब कोई चोर भाग नहीं सकता है।
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सपा सरकार में कोई भेदभाव नहीं
पांचवें चरण के मतदान की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत की तो पीएम द्वारा लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देने की कोशिश भर ही नहीं थी, बल्कि वह यह बताना चाह रहे थे कि योजनाओं के क्रियान्वयन में उनकी सरकार ने कोई भेदभाव नहीं किया। अखिलेश ने कहा कि आरोप लगते हैं कि सपा सरकार ने एक जाति विशेष के लोगों को उपकृत किया लेकिन, मुख्यमंत्री ने गोंडा में लैपटाप और कन्या विद्याधन के जिन लाभार्थियों का नाम गिनाया, उनमें ज्यादातर सवर्ण थे। गोंडा में मोदी ने परीक्षा में नकल के कारोबार पर हमला करते हुए समाजवादी सरकार को कठघरे में खड़ा किया था। मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं से अपील की कि नकल का आरोप लगाने वालों को सबक सिखाएं।
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बिजली का तार पकड़कर दिखाएं गोरखपुर वाले बाबा
अखिलेश ने कहा कि गोरखपुर वाले बाबा कहते हैं कि बिजली नहीं आती। वह जरा गोरखपुर में कोई बिजली का तार पकड़ कर दिखा दें। दरअसल, गोरखपुर के सांसद महंत योगी आदित्यनाथ ने बिजली के मुद्दे पर सरकार की घेरेबंदी की थी। वाराणसी प्रधानमंत्री का संदीय क्षेत्र है। वहां हमने २४ घंटे बिजली दी है।
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खजांची के गांव या जहां चाहें बहस कर लें
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नोटबंदी में लोगों की परेशानियों पर सवाल उठाते हुए अपनी सरकार के काम गिनाए। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से लेकर मेट्रो और जिलेवार दी गयी योजनाओं पर फोकस करते हुए अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री बता दें कि उन्होंने क्या काम किया। चाहें तो खजांची के गांव या गंगा के घाटों पर बहस कर लें। चौथे चरण के चुनाव के बाद बहस की चुनौती देने पर सवाल उठा कि अभी तक चुनौती क्यों नहीं दी तो मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बहुत व्यस्त था।
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दूसरे राज्यों के किसानों को भी कर्जमाफी का इंतजार
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से यह सवाल उठाया कि उन्होंने किसानों की कितनी आमदनी बढ़ायी। वह कहते हैं कि उप्र में सरकार बनेगी तो किसानों की कर्जमाफी करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के किसान भी आपकी कर्जमाफी का इंतजार कर रहे हैं। कर्जमाफी के लिए राज्य में सरकार की जरूरत नहीं है। अखिलेश ने कहा कि सपा सरकार ने किसानों के 1600 करोड़ के कर्ज माफ किये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री 2019 में अपनी सरकार की उपलब्धि बताने की बात करते हैं और लोहिया जी कहते थे कि जिंदा कौमें पांच साल इंतजार नहीं करती। वह तीन साल के अपने काम तो गिना सकते हैं। पीएम अपनी सभाओं में मुख्यमंत्री के काम बोलता है, नारे पर लगातार तंज कस रहे हैं।
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11 मार्च के बाद देंगे जवाब
यह सवाल उठा कि क्या नेताजी चुनाव प्रचार करते तो गठबंधन को और फायदा होता? अखिलेश ने कहा कि इसका जवाब 11 मार्च के बाद देंगे। उन्होंने भाजपा द्वारा धुव्रीकरण किये जाने पर कहा कि उप्र की जनता किसी की झूठी चाल में फंसेगी नहीं और वह विकास के लिए वोट देगी। उन्होंने मोदी पर भ्रम फैलाने के भी आरोप लगाए। उन्होंने बुंदेलखंड की जनता का आभार जताया जिसने सपा को बहुत मजबूत किया है।
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1090 डायल कर लें बुआजी
अखिलेश ने मायावती पर जमकर तीर चलाए। युवाओं के शोरगुल पर डिंपल यादव द्वारा डर लगने और भैया से शिकायत करने की बात पर मायावती की प्रतिक्रिया को लेकर सवाल उठे तो मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर छोटे भाइयों से भाभी ने कह दिया कि भैया को बता देंगे तो किसको तकलीफ है। बुआजी को अगर कोई दिक्कत है तो 1090 पर डायल कर लें, उन्हें मदद मिल जाएगी। अखिलेश ने कहा कि बसपा की बात मत करो वह हैं तो हमारी बुआ जी लेकिन, कब रक्षाबंधन मना लें नहीं कह सकता।