हैदराबाद में चलता है ओवैसी का 'सिक्का', पार्टी उम्मीदवार को मिली थी सबसे बड़ी जीत
119 सीटों की विधानसभा में टीआरएस ने पिछले चुनाव में अपने दम पर 90 सीटें हासिल की थीं, जबकि ओवैसी की पार्टी को 7 सीटें मिली थीं। इस बार का चुनाव दिलचस्प होने वाला है।
नई दिल्ली, जेएनएन। 7 दिसंबर को तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने से 9 महीने पहले के. चंद्रशेखर राव ने विधानसभा भंग चुनाव में जाने का ऐलान कर दिया था। पिछले चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने वाले टीआरएस नेता की ख्वाहिश एक बार फिर से इतिहास दोहराने की है। टीआरएस के साथ ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भी है।
119 सीटों की विधानसभा में टीआरएस ने पिछले चुनाव में अपने दम पर 90 सीटें हासिल की थीं, जबकि ओवैसी की पार्टी को 7 सीटें मिली थीं। ओवैसी की पार्टी का हैदराबाद में बहुत प्रभाव है और बहादुरपुरा सीट से पार्टी उम्मीदवार ने भारी जीत हासिल की थी।
एआईएमआईएम उम्मीदवार मोहम्मद मुआज़म ख़ान को बहादुरपुरा की सामान्य सीट पर 1,06,874 वोट मिले थे, जबकि टीडीपी के मोहम्मद अब्दुल रहमान को 11,829 वोट मिले। इस तरह मुआजम खान ने 95,045 वोटों से भारी जीत दर्ज की। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के सईद अब्दुल शमी रहे, उन्हें 4,857 वोट मिले। चौथे स्थान पर टीआरएस के मोहम्मद जियाउद्दीन को मिला, जिनके हिस्से 3,719 वोट आए।
दिलचस्प ये है कि इस सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 2,43,892 थी। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,27,661 जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1,16,206 थी। इस सीट पर कुल 55.85 फीसदी वोट पड़े थे।
चुनाव आयोग ने 6 अक्टूबर को पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव 12 से 7 दिसंबर के बीच कराए जाने की घोषणा की। राजस्थान, मध्य प्रदेश, मिजोरम, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में इस दौरान चुनाव होंगे। तेलंगाना में 7 दिसंबर को वोटिंग होगी। जबकि पांच राज्यों की मतगणना 11 दिसंबर को पूरा होगी।