राजस्थान चुनाव: शिव सेना में पड़ी फूट, संगठन ने रतलिया तो प्रत्याशी ने भाजपा को दिया समर्थन
शिवसेना ने उदयपुर विधानसभा के लिए दो महीने पहले प्रत्याशी घोषित कर दिया लेकिन संगठन के निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थन में जाने से पार्टी में फूट पड़ गई।
उदयपुर, जेएनएन। शिवसेना ने उदयपुर शहर विधानसभा के लिए दो महीने पहले प्रत्याशी घोषित कर दिया लेकिन संगठन के निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थन में जाने से पार्टी में फूट पड़ गई। पार्टी प्रत्याशी ने संगठन के विपरीत जाकर भाजपा को समर्थन देने का निर्णय लिया है।
शिवसेना की संभागीय पदाधिकारियों की बैठक में उदयपुर से नमो विचार मंच के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण रतलिया को समर्थन देने की घोषणा कर उदयपुर शहर विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लडऩे की घोषणा की। शिवसेना के संभागीय सचिव अमरसिंह खींची का कहना है कि संभागीय बैठक में निर्णय लिया गया है कि उदयपुर शहर विधानसभा में शिवसेना और उसके समर्थक कार्यकर्ता हिन्दूवादी एवं बाला साहेब ठाकरे के सिद्धांतों पर चलने वाले प्रत्याशी प्रवीण रतलिया को समर्थन देंगे।
उन्होंने बताया कि यूं तो उदयपुर शहर के लिए पहले से प्रत्याशी घोषित किया हुआ है कि लेकिन अब पार्टी के रतलिया को समर्थन दिए जाने के बाद वह अलग से चुनाव नहीं लड़ेंगे। इधर, शिवसेना के घोषित प्रत्याशी प्रकाश चंद जैन ने संगठन के विपरीत जाकर भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की है। जिसको लेकर शिवसेना के संभागीय सचिव अमरसिंह का कहना है कि संगठन के विपरीत जाने की सूचना पार्टी के उच्च पदाधिकारियों को दी है। यदि वह संगठन के निर्णय की पालना नहीं करते तो संगठन उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
इससे पहले रविवार को शिससैनिकों ने निर्दलीय प्रत्याशी प्रवीण रतलिया के समर्थन में एक रैली निकाली। जिसमें सैकड़ों युवकों ने भाग लिया। इस रैली को लेकर भाजपा सकते में हैं और उसके नेताओं का कहना है कि रतलिया की रैली में शामिल युवा वोटर नहीं हैं, इन्हें किराए से बाहर से लाया गया है।