राहुल गांधी के रोड शो से भाजपा ने बदली रणनीति
भाजपा और वसुंधरा राजे के परंपरागत गढ़ में सेंध लगाने के लिए कांग्रेस ने राहुल गांधी का रोड शो कराने की रणनीति बनाई।
झालावाड़/ कोटा, नरेन्द्र शर्मा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की दो दिवसीय राजस्थान यात्रा इस बार राजनीतिक रूप से कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। दो दिवसीय यात्रा के पहले दिन राहुल गांधी बुधवार को भाजपा के परंपरागत गढ़ रहे कोटा संभाग (हाडौती) में पहुंचे।
इस दौरान पहले तो उन्होंने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की राजनीतिक कर्मस्थली झालावाड़ में एक जनसभा को संबोधित किया और फिर कोटा तक 85 किलोमीटर से अधिक का रोड शो किया। करीब 4 घंटे के रोड शो के दौरान राहुल गांधी प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक बस में सवार होकर 7 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरे। इनमें मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का निर्वाचन क्षेत्र झालारापाटन भी शामिल है। वहीं, झालावाड़ की जनसभा में 10 विधानसभा क्षेत्रों के लोग शामिल हुए ।
राहुल के रोड शो के राजनीतिक कारण
पहले जनसंघ और फिर भाजपा का परंपरागत गढ़ रहा कोटा संभाग कांग्रेस के लिए हमेशा से ही मुश्किल क्षेत्र रहा है। वर्तमान में भी कोटा संभाग की 17 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस के पास मात्र एक सीट है। कोटा संभाग के झालावाड़-बांरा संसदीय क्षेत्र से सीएम वसुंधरा राजे पांच बार सांसद रही और वर्तमान में उनके पुत्र दुष्यंत सिंह सांसद हैं। वसुंधरा राजे झालावाड़ जिले की ही झालारापाटन सीट से विधायक है। भाजपा और वसुंधरा राजे के परंपरागत गढ़ में सेंध लगाने के लिए कांग्रेस ने राहुल गांधी का रोड शो कराने की रणनीति बनाई।
इसके पीछे एक मकसद तो यह रहा कि रोड शो से झालावाड़, बारां और कोटा तीनों जिलों का अधिकांश हिस्सा कवर हो जाएगा, दूसरा लोगों के साथ उनका सीधा संवाद भी हो सकेगा, जिसका कि प्रभाव आमसभा के मुकाबले अधिक होगा। इसी रणनीति के तहत राहुल गांधी ने झालारापाटन, रामगंजमंडी, सांगोद, लाडपुरा, कोटा दक्षिण, कोटा उत्तर, खानपुर आदि विधानसभा क्षेत्रों में रोड शो करते हुए लोगों के साथ सीधा संवाद किया। कई स्थानों राहुल गांधी बस से नीचे उतरे और लोगों से हाथ मिलाया। उधर, कुछ समय से भीतरघात से परेशान भाजपा के लिए राहुल गांधी का रोड शो चिंता पैदा करने वाला रहा। अब भाजपा को राहुल के रोड शो की काट में कुछ अलग करना होगा।
जानकारी के अनुसार, भाजपा अगले माह के पहले सप्ताह में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की कोटा में जनसभा आयोजित कराने पर विचार कर रही है। वहीं, इससे पहले मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालावाड़ और बारां जिलों का दौरा करेगी। अगले कुछ दिनों में केन्द्रीय मंत्रियों और पार्टी नेताओं के भी कोटा संभाग के दौरे तय किए जा रहे हैं। भाजपा पहले चुनाव अभियान के अंत में कोटा संभाग में पीएम नरेंद्र मोदी की सभा कराने पर विचार कर रही थी, लेकिन अब प्रदेश नेतृत्व ने रणनीति बदलते हुए पहले अमित शाह की यात्रा कराने की रणनीति बनाई है।