Rajasthan Election: भाजपा को पीएम मोदी और कांग्रेस को एंटी इनकंबेंसी का सहारा
Rajasthan Chunav 2018. राजस्थान चुनाव में भाजपा को पीएम मोदी और कांग्रेस को एंटी इन्कमबेंसी का सहारा है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में शुक्रवार को होने वाले मतदान से पहले सत्तारूढ़ दल भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। ऐसे में चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में भाजपा ने अपना पूरा दारोमदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिका रखा है। भाजपा को उम्मीद है कि पीएम मोदी का जादू और सीएम वसुंधरा राजे का चेहरा एक बार फिर उसे सत्ता तक पहुंचा सकता है। वहीं, कांग्रेस को भाजपा सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का सहारा है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने भाषणों में जिस तरह से राफेल, नोटबंदी, विजय माल्या और नीरव मोदी की चर्चा कर रहे हैं, उससे कांग्रेस को लगता है कि लोगों में भाजपा के खिलाफ अच्छा संदेश जा रहा है, जिसका लाभ उसे अवश्य मिलेगा। भाजपा के बागी घनश्याम तिवाड़ी और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल का पूरा दारोमदार जातिगत समीकरणों पर टिका है। तिवाड़ी अगड़ी जातियों को पक्ष में करने में जुटे हैं, वहीं बेनीवाल को जाट वोट बैँक से उम्मीद है।
मोदी की सभा से हवा का रुख बदलने की उम्मीद
भाजपा नेताओं का कहना है कि साल 2013 के विधानसभा चुनाव में मोदी लहर के कारण ही पार्टी को 163 सीटें मिली थीं, अब वहीं चमत्कार एक बार फिर हो सकता है। मतदाताओं को मोदी पर पूरा भरोसा है। सोमवार और मंगलवार को मोदी की आधा दर्जन रैलियों का असर करीब पांच दर्जन विधानसभा क्षेत्रों में होने की उम्मीद है। मोदी पर भाजपा को इतना भरोसा है कि उनके चेहरे का मास्क पहनकर कार्यकर्ता घर-घर जनसंपर्क कर रहे हैं।
मोदी के होर्डिंग, बैनर और पोस्टर अन्य नेताओं की अपेक्षा अधिक नजर आते हैं। राज्य के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी का कहना है कि मोदी सरकार ने ऐसे कई काम किए हैं, जिनका लाभ आम आदमी तक सीधा पहुंचा है। इसी तरह वसुंधरा सरकार के निर्णयों से राज्य का सम्मान बढ़ा है। भाजपा के रणनीतिकारों ने बताया कि अगले तीन दिन कार्यकर्ता घर-घर जाकर मोदी का संदेश मतदाताओं तक पहुंचाएंगे।
कांग्रेस को एंटी इनकंबेंसी से उम्मीद
सत्ता में आने के लिए कांग्रेस ने पूरा दम लगा रखा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार सभाओं को संबोधित कर भ्रष्टाचार और राफेल के मुद्दे पर जहां केंद्र की मोदी सरकार को घेर रहे हैं, वहीं वसुंधरा सरकार को किसान विरोधी बताने में जुटे हैं। कर्ज से परेशान किसानों द्वारा आत्महत्या करने, चार बेरोजगार युवाओं की आत्महत्या और महिला उत्पीड़न जैसे मुद्दों को राहुल गांधी राज्य सरकार के खिलाफ हथियार बनाने में जुटे हैं।
राहुल के बाद सबसे अधिक मांग पंजाब के मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्दृ की है। राजपूत समाज की नाराजगी भी कांग्रेस को अपने पक्ष में मान रही है। कांग्रेस को उम्मीद है कि वसुंधरा सरकार एंटी इनकंबेंसी का लाभ उसे अवश्य मिलेगा।