Rajasthan Assembly Election: अरुण जेटली ने कहा- देश चलाने के लिए विजन चाहिए नारे नहीं
राहुल गांधी के 10 दिन में किसानों की कर्ज माफी के वादे पर कड़ा प्रहार करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि देश चलाने के लिए विजन चाहिए नारे नहीं।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के 10 दिन में किसानों की कर्ज माफी के वादे पर कड़ा प्रहार करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि देश चलाने के लिए विजन चाहिए नारे नहीं। नारों की राजनीति 1971 में चली थी, जब गरीबी हटाओ का नारा दिया गया था। गरीबी आज भी मौजूद है।
जयपुर में भाजपा का घोषणा पत्र जारी करने आए जेटली ने कहा कि बेरोजगारी को वे लोग मुद्दा बना रहे हैं, जो देश में 50 साल तक राज करते रहे। हमारी धीमी आर्थिक प्रगति के लिए पूरी दुनिया हमारा मखौल उड़ाती थी। जिन्होंने समस्या खड़ी की वे अब उसे मुद्दा बना रहे हैं।
जेटली ने कहा कि वे राजस्थान में 10 दिन में किसानों की कर्ज माफी का वादा कर रहे हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि उन्हें सत्ता में नहीं आना है। जिन लोगों को इन विषयों की समझ नहीं होती और जिन्हें सस्ती लोकप्रियता चाहिए होती है, वे ही ऐसी बातें करते हैं। ऐसे लोगों को यह पता नहीं होता कि प्रशासन और सरकार कैसे चलती है। जेटली ने कहा कि कर्नाटक व पंजाब में भी कांग्रेस ने ऐसी घोषणा की थी। अब पंजाब में तो अर्थव्यवस्था का हाल यह हो गया कि विकास कार्यों के लिए पैसा पैसा ही नहीं बचा है। नारों की राजनीति अब नहीं चलती। लोगों की अपेक्षाएं बहुत बढ़ गई है और वे बहुत कड़े सवाल पूछते हैं।
नोटबंदी और जीएसटी पर विपक्ष के आरोपो पर जेटली ने कहा कि कांग्रेस के जमाने में अधिकांश वस्तुओं पर 31 प्रतिशत तक टैक्स लगता था। आज एक साल में हम 334 वस्तुओं को 18 और 12 प्रतिशत की दर में ले आए हैं। इसके अलावा 74 प्रतिशत नए लोग जीएसटी के दायरे में आए हैं। नोटबंदी से पहले 3.80 करोड़ लोग आयकर रिटर्न भरते थे। पांच वर्ष में यह संख्या दोगुनी हो जाएगी। ऐसी बातें वे लोग करते हैं जो नादान हैं, आंकड़े नहीं जानते हैं।
जेटली ने कहा कि हम कांग्रेस के भ्रष्टाचार पर इसलिए बात करते थे कि कांग्रेस के माथे पर यह कलंक था। सब जानते हैं कि कोयले की खदानों के लिए कांग्रेस के आफिस से पर्ची जाती थी। आज हम पर आरोप लगाने के लिए उन्हें झूठे तथ्य गढ़ने पड़ रहे हैं।
किसानों की आय दोगुनी किए जाने के सवाल पर जेटली ने कहा कि हम योजनाओं के जरिए किसान तक वो सुविधाएं पहुंचा रहे हैं, जिससे वह मजबूत बनेऔर उसे सरकार की ओर देखने की जरूर नहीं पड़े। तेलंगाना में कांग्रेस के कथित घोषणापत्र में अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण के बारे में उन्होंने कहा कि यदि ऐसा है तो यह विभेदकारी घोषणापत्र है और भाजपा इसका समर्थन नहीं करती है। संविधान में भी इसकी इजाजत नहीं है।