Rajasthan Election 2018: मोदी बोले, जवान व किसान का अपमान करने वालों का करें सफाया
PM Modi in Rajasthan. राजस्थान में पीएम मोदी ने कहा कि देश का पहला प्रधानमंत्री किसान के बेटे सरदार पटेल होते तो आज किसान ऐसा बदहाल नहीं होता।
भरतपुर/नागौर, आशीष भटनागर/मनीष गोधा। जवान और किसान बाहुल्य भरतपुर में बुधवार को पहली बार बतौर प्रधानमंत्री पहुंचे नरेंद्र मोदी ने जवान और किसान की बात कर जनता के दिल को छूने की कोशिश की। उन्होंने बड़े करीने से अपनी सरकार के कामों का उल्लेख किया और उसका श्रेय जनता के अमूल्य वोट को दिया। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक को सैनिकों के गौरव से जोड़ा तो स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट लागू करने को किसानों के सम्मान से।
नुमाइश मैदान पर हजारों की भीड़ के बीच उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत महाराजा सूरजमल और राणा सांगा के शौर्य की धरती को नमन करने के साथ की। छत्तीसगढ़ में चुनाव के दौरान पिछले माह नक्सली हिंसा में जिले के जवान महेंद्र सिंह की शहादत को याद करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस पर शहीदों के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा कि नामदार की पार्टी के सांसद नक्सलियों को क्रांतिकारी बताते हैं। सेनाध्यक्ष को सड़क का गुंडा बताकर अपमानित करते हैं। वोट के लिए सेना और शहीदों का अपमान करने वाली पार्टी से देश के भले की उम्मीद कैसे की जा सकती है। ऐसी पार्टी को आप लोग इस वीरभूमि से साफ कर दें।
मोदी ने वर्ष 2014 के पहले आए दिन होने वाली आतंकी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि अब हमारे सैनिकों ने आतंकियों को कश्मीर में ही घेर के रखा है। सर्जिकल स्ट्राइक कर पड़ोसी की जमीन पर भी आतंकियों का सफाया कर चुके हैं। 10 साल तक यूपीए की सरकार में पाताल से लेकर आकाश तक लूट मची हुई थी। 12 लाख करोड़ के घोटाले हुए। इस भ्रष्टाचार का जिम्मेदार उन्होंने एक ही परिवार की चार पीढ़ी के शासन को बताया। लेकिन, अब यह सब थम गया, उसका कारण है कि आपने 30 साल बाद पहली बार देश को मजबूत और स्थिर सरकार दी। आज दुनिया में भारत का जो डंका बज रहा है, उसका कारण मोदी नहीं, सवा सौ करोड़ जनता है। कोई विदेशी राष्ट्राध्यक्ष हाथ मिलाने से पहले मेरी जाति नहीं पूछता, वह सवा सौ करोड़ जनता की ताकत को जानता है।
उन्होंने सही व्यक्ति को वोट देने की इशारों में अपील करते हुए कहा कि वर्ष 2014 में यदि आप नामदार को दिल्ली की कुर्सी पर बैठाते तो यह सब नहीं होना था, क्योंकि उनके संस्कारों में ही ईमानदारी नहीं।
उन्होंने जनता से सीधे जुड़ते हुए कहा कि प्रदेश के विकास के लिए कमल छाप डबल इंजन की जरूरत है, इसलिए एक बार फिर भाजपा सरकार। उन्होंने कहा आपके सपने और संकल्प मेरे हैं। जैसा राजस्थान आप बनाना चाहते हैं वैसा बनाने में दिल्ली की सरकार आपके साथ है और रहेगी।
इससे पूर्व मोदी ने नागौर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को नामदार संबोधन देते हुए जमकर प्रहार किए। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक कामदार एक नामदार के खिलाफ लडाई में है। नामदार तो सोने का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए हैं। उन्हें तो यह भी नहीं पता कि चने का पौधा होता है या पेड़। उन्हें मूंग और मसूर का अंतर नहीं पता लेकिन लोगों को किसानी सिखा रहे हैं।
मोदी ने कहा कि मैं आपके बीच से ही निकला हुआ एक कामदार हूं। आपकी तरह मेरे भी पिता-दादा ने भी राज नहीं किया। इसलिए आज आपसे आशीर्वाद लेने आया हैं। मोदी ने कहा कि जो आपके बीच से निकला है, वही आपका दर्द जान सकता है। नामदार को क्या पता कि चूल्हे के धुएं में खाना कैसे बनता है। इस दर्द को मैंने देखा है, इसीलिए उज्जवाल जैसी योजना बनाई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके एक वोट की ताकत से देश के सवा करोड़ लोगों को पक्का घर मिल गया। छह करोड़ माताओं को चूल्हे के धुएं से आजादी मिल गई। ऊपर के स्तर का भ्रष्टाचार खत्म हो गया। लेकिन अभी नीचे का भ्रष्टाचार खत्म करना है। उन्होंने कहा कि नामदार की सरकार में काम ऐसे होता था कि जो बेटी पैदा ही नहीं हुई वह विधवा हो जाती थी और उसके नाम का पैसा उठ जाता था। ऐसे छह करोड़ लोगों का हमने पता किया है जो हैं ही नहीं, लेकिन उनके नाम से 90 करोड़ रुपये साल का पैसा उठ रहा था। अब जिनकी कमाई बंद हुई है, वे मोदी की जाति पूछ रहे हैं, उसकी मां को चुनाव में ला रहे हैं और पिता के बारे में पूछ रहे हैं।
मोदी ने कहा कि देश का पहला प्रधानमंत्री किसान के बेटे सरदार पटेल होते तो आज किसान ऐसा बदहाल नहीं होता। स्वामीनाथन कमीशन ने दस साल पहले अपनी रिपोर्ट दे दी थी, लेकिन नामदार की सरकार ने इसे अलमारी में बंद कर दिया। हमने उसे निकाला और किसानों को डेढ गुना समर्थन मूल्य दिया और अब कांग्रेस के ही लोग किसान के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रहे है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के लोग उन्हें काफी बुरा भला कहते है। अब यदि यहां कांग्रेस की सरकार बनी तो वो मुझसे दिल्ली में झगड़ा करेगी। इसलिए राजस्थान में प्रचंड बहुमत से भाजपा की सरकार बनवाएं।
प्रधानमंत्री की सभा में बुजुर्ग की मौत
नागौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में एक बुजुर्ग की तबियत बिगड़ने से मौत हो गई। कुर्सी पर बैठे-बैठे ही वह व्यक्ति नीचे गिर गया। वहां मौजूद लोगों ने उन्हें संभाला और मुंह पर पानी के छींटे मारे। बाद में मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस की मदद से 108 एंबुलेंस बुलाकर बुजुर्ग को उपचार के लिए अस्पताल भेजा, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मृतक का नाम बाबूलाल है जो 65 साल के थे। वे यहां नागौर स्टेडियम में प्रधानमंत्री की सभा को सुनने आए थे। इसी दौरान ही उनकी तबीयत बिगड़ गई और वे कुर्सी से गिर गए। मूंडवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की एंबुलेंस 108 में प्राथमिक उपचार दिया गया और अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। परिजनों के अनुसार हार्ट अटैक से बाबूलाल की मौत हुई है।