राजस्थानः नंदलाल मीणा बोले, राजनीति से नहीं लिया है संन्यास; करूंगा काम
जनजाति विकास विभाग मंत्री नंदलाल मीणा ने कहा कि बढ़ती उम्र के चलते उन्होंने चुनाव लड़ने से किनारा किया है, लेकिन पार्टी के लिए काम करना नहीं छोड़ेंगे।
उदयपुर, जेएनएन। राजस्थान में भाजपा में आदिवासियों के कद्दावर नेता एवं जनजाति विकास विभाग मंत्री नंदलाल मीणा ने कहा कि बढ़ती उम्र के चलते उन्होंने चुनाव लड़ने से किनारा किया है, लेकिन पार्टी के लिए काम करना नहीं छोड़ेंगे। चुनाव से दूरी को राजनीति से संन्यास नहीं समझें, वह पूरी तरह सक्रिय रहेंगे।
मंत्री मीणा ने कहा कि मेरे चुनाव लड़ने से इनकार के बाद भाजपा जिला संगठन ने उनके बेटे का नाम प्रमुखता से प्रदेश एवं केंद्रीय नेतृत्व को भेजा था। हालांकि वह खुद भी चाहते थे कि इस बार उनकी बजाय उनके बेटे को
विधानसभा के लिए टिकट दिया जाए। मेरी इच्छा को भाजपा दरकिनार नहीं कर सकती। उन्होंने दो दशक तक पार्टी के विभिन्न पदों पर रहते हुए पार्टी की सेवा की है। इसलिए वह टिकट मांगने नहीं गए। प्रतापगढ़ में भाजपा को जीतना है तो उनकी सहमति जरूरी है। उन्होंने कहा कि हेमंत मीणा को टिकट दिए जाने का पहला कारण उनका बेटा होना नहीं है। बल्कि वह पार्टी का सबसे वफादार सिपाही है। अब उनके बेटे हेमंत पर पार्टी ने विश्वास जताया है, उस पर वह खरा उतरेंगे। जबकि कांग्रेस के पास साफ छबि का कोई उम्मीदवार ही नहीं है।
संभाग की नहीं, प्रतापगढ़ की जिम्मेदारी है निभाऊंगा
मंत्री नंदलाल मीणा ने कहा कि वह बड़े बोल नहीं बोलते। इस तरह उन्होंने अपने धुर विरोधी भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया का नाम लिए बगैर कहा कि उन्हें बड़े बोल बोलना नहीं आता। वह संभाग की जिम्मेदारी नहीं लेते। लेकिन वह प्रतापगढ़ सीट एवं जिले की जिम्मेदारी लेते हैं। बाकी संभाग और मेवाड़ में पार्टी कैसा प्रदर्शन करती है। उल्लेखनीय है कि उदयपुर में अपनों से घिरे गुलाबचंद कटारिया ने एक दिन पहले कहा था कि वह अपने प्रयासों से संभाग की 28 में से 25 सीटें जीतेंगे के साथ कांग्रेस की जड़ों में तेजाब डाल देंगे।