राहुल गांधी के संपर्क में हैं मानवेंद्र सिंह, राजस्थान के नेता कर रहे विरोध
मानवेन्द्र सिंह के पारिवारिक सूत्रों के अनुसार उनकी राहुल गांधी और उनके निकटस्थों के साथ बातचीत चल रही है, लेकिन अंतिम निर्णय नहीं हुआ है।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। अपनी नई राजनीतिक जमीन तलाश रहे भाजपा के दिग्गज नेता जसवंत सिंह के विधायक पुत्र मानवेंद्र सिंह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनके निकटस्थों के संपर्क में है। मानवेंद्र सिंह और राहुल गांधी के सहयोगियों के बीच कांग्रेस में शामिल होने को लेकर बातचीत चल रही है। हालांकि राजस्थान के कांग्रेसी नेता यह नहीं चाहते कि मानवेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हो।
प्रदेश के कांग्रेसी नेता मानवेन्द्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर चल रही अटकलों के बीच पार्टी आलाकमान तक अपनी असहमति पहुंचा चुके है। मानवेन्द्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने का विरोध करने वालों में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव और पूर्व सांसद हरीश चौधरी,बद्री जाखड़,पूर्व विधायक सालेह मोहम्मद प्रमुख है। ये सभी नेता कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत के निकट माने जाते हैं।
मानवेन्द्र सिंह के पारिवारिक सूत्रों के अनुसार उनकी राहुल गांधी और उनके निकटस्थों के साथ बातचीत चल रही है, लेकिन अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। मानवेन्द्र सिंह अपनी मर्जी से बाड़मेर और जैसलमेर दो जिलों में विधानसभा चुनाव के टिकट दिलवाना चाहते है, जबकि कांग्रेस के नेता इसके लिए तैयार नहीं हैं। इस कारण फिलहाल अंतिम निर्णय नहीं हो सका है। कांग्रेस नेतृत्व के साथ निर्णायक बातचीत नहीं होने के कारण मानवेन्द्र सिंह भी अभी खुलकर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं।
राजस्थान कांग्रेस के नेताओं को यह है आपत्ति
प्रदेश के नेताओं को मानवेन्द्र के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर यह आपत्ति है कि यदि वे पार्टी में शामिल होते हैं तो वे खुद विधानसभा और अपनी पत्नी चित्रा सिंह को लोकसभा का चुनाव लड़ाना चाहेंगे। यदि ऐसा होता है तो पार्टी के पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा होगी। अब तक भाजपा और जसवंत सिंह एवं मानवेन्द्र सिंह के खिलाफ आवाज उठाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उनके पक्ष में बोलना मुश्किल होगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले दिनों जयपुर में साफ कर चुके हैं कि मानवेन्द्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। यदि वे शामिल भी होंगे तो पार्टी की शर्तों पर होंगे। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मानवेन्द्र सिंह पिछले कुछ समय से एक समाज विशेष की राजनीति कर रहे हैं, इससे पार्टी को नुकसान हो सकता है।
मानवेन्द्र सिंह बोले, 22 सितंबर को होगा अंतिम निर्णय
मानवेन्द्र सिंह का कहना है कि स्वाभिमान की रक्षा के लिए 22 सितंबर को बाड़मेर के पचपदरा में रैली आयोजित की जा रही है। इस रैली में शामिल होने वाले स्वाभिमानी लोगों से बातचीत करने के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि साल 2014 में हुए अपमान का बदला लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जिद के चलते मानवेन्द्र के पिता जसवंत सिंह को 2014 में जोधपुर से लोकसभा का टिकट नहीं दिया गया था। इससे नाराज होकर उन्होंने बाड़मेर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ा था।