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CM वसुंधरा राजे की यात्रा के दौरान शक्ति प्रदर्शन से गुटबाजी की आशंका

राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कल यानी चार अगस्त से गौरव यात्रा के जरिये राज्य में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की शुरुआत करने वाली हैं।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Fri, 03 Aug 2018 10:34 AM (IST)Updated: Fri, 03 Aug 2018 10:34 AM (IST)
CM वसुंधरा राजे की यात्रा के दौरान शक्ति प्रदर्शन से गुटबाजी की आशंका
CM वसुंधरा राजे की यात्रा के दौरान शक्ति प्रदर्शन से गुटबाजी की आशंका

जयपुर (जागरण संवाददाता)। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कल यानी चार अगस्त से गौरव यात्रा के जरिये राज्य में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की शुरुआत करने वाली हैं। वहीं पार्टी के माथे पर चिंता की लकीरें हैं, क्योंकि यात्रा के दौरान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का टिकट पाने वाले मुख्यमंत्री को अपनी ताकत दिखाने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे। ऐसे में गुटबाजी चरम पर पहुंचने के साथ ही कार्यकर्ताओं में संघर्ष की स्थिति पैदा हो सकती है। इस स्थिति को टालने के लिए प्रांतीय नेतृत्व ने जिला संगठन प्रभारियों को सख्त निगरानी करने और ऐसी स्थितियों से बचने के उपाय करने को कहा है।

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राजस्थान में कांग्रेस ने हाल ही में हर विधानसभा क्षेत्र में 'मेरा बूथ मेरा गौरव' सम्मेलन किए थे। इनमें कई जगह टिकट चाहने वालों के शक्ति प्रदर्शन के कारण गुटबाजी खुल कर सामने आई थी। तीन-चार जगह तो मारपीट तक की घटनाएं हुईं थी और पार्टी को अपने नेताओं को कारण बताओ नोटिस देने पड़े थे। अब भाजपा में भी वैसा ही कुछ होने की संभावना जताई जा रही है।

वसुंधरा राजे चार अगस्त से प्रदेश के 200 में से 165 विधानसभा क्षेत्रों की यात्रा पर निकल रही हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इन विधानसभा क्षेत्रों में होने वाली सभाओं में कम से कम 25 हजार लोगों की भीड़ एकत्र करने के निर्देश दिए गए है। ऐसे में टिकट चाहने वाला हर नेता अपने समर्थकों के साथ सभा में पहुंचेगा और अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करेगा।

जहां तक गुटबाजी का सवाल है तो भाजपा में भी हर संभाग और जिले में नेताओं के गुट हैं। उनमें आपसी टकराहट भी सामने आती रही है। यात्रा उदयपुर संभाग से शुरू हो रही है और यहां पूरे संभाग में गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी और जनजाति विकास मंत्री नंदलाल मीणा के अपने-अपने प्रभाव क्षेत्र और गुट है। इसी तरह अजमेर में शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी, महिला व बाल कल्याण मंत्री अनिता भदेल, धरोहर संरक्षण व प्रोन्नति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत के गुट है। कोटा में विधायक प्रहलाद गुंजल, भवानी सिंह राजावत, चंद्रकांता मेघवाल की आपसी खींचतान हावी है। दौसा-करौली की तरफ पार्टी में हाल में फिर से शामिल हुए राज्यसभा सदस्य किरोडी लाल मीणा और संसदीय सचिव ओम प्रकाश हुडला के गुट है। जिला और विधानसभा स्तर की ऐसी गुटबाजी पार्टी में लगभग हर जगह है। पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि अब चुनाव सिर पर है, ऐसे में टिकट चाहने वालों के लिए अपनी ताकत दिखाने का यह यात्रा ही एकमात्र मौका है। ऐसे में कुछ स्थानों पर गुटबाजी की स्थिति सामने आए तो कोई बड़ी बात नहीं है।

पार्टी ने यह किया है इंतजाम :

भाजपा शक्ति प्रदर्शन को बहुत हद तक अपने हित में मान रही है, क्योंकि इसी से अच्छी भीड़ इकट्ठा होने की उम्मीद है, लेकिन कांग्रेस की तरह गुटबाजी सामने न आए, इसके लिए जिला संगठन प्रभारियों और जिला अध्यक्षों को स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है। यात्रा की तैयारियों के लिए जिलों में हो रही बैठकों में यह संदेश दिया जा रहा है कि इन सभाओं और स्वागत कार्यक्रमों को शक्ति प्रदर्शन का अखाड़ा न बनाए। संयमित शक्ति प्रदर्शन की ही अनुमति होगी। एक दूसरे को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया या अन्य किसी तरह की घटना की गई तो संबंधित नेता को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा। वैसे भी पार्टी ने जिला संगठन प्रभारियों के साथ ही विस्तारकों को भी हर विधानसभा क्षेत्र में भेज दिया है जो हर तरह का फीडबैक सीधे संगठन महामंत्री तक पहुंचा रहे है।

राजे से पहले उनके विरोधी तिवाड़ी पहुंचे चारभुजा

इस बीच वसुंधरा की चारभुजा से शुरू होने वाली गौरव यात्रा से पहले उनके विरोधी घनश्याम तिवाड़ी चारभुजा मंदिर पहुंचे और माथा टेका। उन्होंने कहा, यहां ही नहीं चुनाव में भी मैं ही आगे रहूंगा। ज्ञात हो, तिवाड़ी ने हाल में भाजपा से इस्तीफा देकर भारत वाहिनी नामक पार्टी का गठन किया है। वे भी राजस्थान गौरव यात्रा के नाम से ही चुनावी सफर पर निकलने वाले है। तिवाड़ी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, पिछले 20 वर्षों में कांग्रेस और भाजपा ने न सिर्फ प्रदेश को लूटने का काम किया, बल्कि चारभुजा नाथ को भी लूटा। अब उनके पापों से प्रदेश को मुक्त कराने के लिए सूबे को तीसरे पक्ष की जरूरत है। प्रदेश को इन पापों से मुक्त कराने के लिए मैंने भाजपा को छोड़कर नई पार्टी बनाई है। उन्होंने राजे पर निशाना साधते हुए कहा, वे आज गौरव यात्रा निकाल रहीं हैं, जबकि उन्होंने प्रदेश का गौरव छीना है। इसे वापस लाने के लिए सहयोगियों के साथ सभी 200 सीटों पर चुनाव में उतरूंगा।


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