मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की यात्रा पर पथराव से राजस्थान में गरमाई राजनीति
पंचायत राज मंत्री राठौड़ ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि सब पूर्व मुख्यमंत्री के इशारे पर हुआ है।
नईदुनिया, जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जोधपुर संभाग में चल रही राजस्थान गौरव यात्रा पर शनिवार रात हुए पथराव से राज्य में राजनीति गरम हो गई है। राजे ने इसे एक महिला पर हमला बताया है, वहीं उनके मंत्री राजेंद्र राठौड़ का कहना है कि कांग्रेस गौरव यात्रा से घबराकर ओछे हथकंडे अपना रही है। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि यह सब भाजपा के ही कार्यकर्ताओं ने किया है। वे हिंसा की घटनाओं का समर्थन नहीं करते।
गौरव यात्रा पर शनिवार रात पीपाड़ सिटी में एक स्वागत कार्यकम के दौरान पथराव हुआ और विरोध प्रदर्शन करने वालों ने अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगाते हुए राजे को काले झंडे दिखाए। घटना पर राजे ने स्वागत कार्यक्रम के दौरान ही कहा कि विरोध करने वालों को शर्म आनी चाहिए कि वे अशोक गहलोत का नाम लेकर नारे लगा रहे हैं।
आखिर कांग्रेस और कितना नीचे गिरेगी। वह ऐसे हमलों और विरोध से घबराने वाली नहीं हैं। यह एक महिला पर हमला है, लेकिन वह इसकी परवाह नहीं करतीं। राजस्थान के लिए उनकी जान भी चली जाए तो उन्हें इसकी चिंता नहीं है। हालांकि, इसके बाद राजे जयपुर के लिए रवाना हो गई। अब वैसे भी तीन दिन यात्रा नहीं है। इस संभाग में यात्रा का दूसरा दौर 29 अगस्त से शुरू होगा।
हमला पूर्व मुख्यमंत्री के इशारे पर हुआ
पंचायत राज मंत्री राठौड़ ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि सब पूर्व मुख्यमंत्री के इशारे पर हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा भी ईट का जवाब पत्थर से दे सकती है, लेकिन यह हमारी संस्कृति नहीं है। कांग्रेस युवाओं को बरगला रही है। कांग्रेस हार रही है, इसलिए बौखलाहट में पत्थर फिंकवा रही है। राजपूत समाज की भाजपा के साथ नाराजगी की खबरों से इन्कार करते हुए कहा कि चाय के प्याले में तूफान लाने की कोशिश हो रही है। राजपूत समाज भाजपा के साथ है।
आगे भी जारी रह सकता है यह सिलसिला
बताया जा रहा है कि यह सिलसिला जोधपुर संभाग की बाकी बची यात्रा में भी जारी रह सकता है। अभी राजे की यह यात्रा संभाग के जालौर, सिरोही और बाड़मेर जिलों में भी जानी है। इनमें से बाड़मेर में विरोध-प्रदर्शन की आशंका सबसे ज्यादा बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, यहां राजपूत समाज की ओर से राजे का कड़ा विरोध सामने आ सकता है। इसके अलावा सिरोही में भी विरोध की स्थिति देखने को मिल सकती है। यही कारण है कि आगे की यात्रा का कार्यक्रम पार्टी फिर से निर्धारित कर रही है।