राजस्थान में मंत्रिमंडल गठन को लेकर राहुल गांधी के साथ मंथन, एक दर्जन नामों पर बनी सहमति
Cabinet in Rajasthan. 200 सदस्यीय राज्य विधानसभा का 15 प्रतिशत अर्थात सीएम और डिप्टी सीएम सहित 30 मंत्री ही बनाए जा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री के तौर पर सचिन पायलट के शपथ लेने के पांच दिन बाद भी मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो सका है। मंत्रियों के नाम तय करने को लेकर शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निवास पर करीब ढ़ाई घंटे तक बैठक हुई।
बैठक में गहलोत और पायलट के अतिरिक्त प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और चारों राष्ट्रीय सचिव विवेक बंसल, काजी निजामुद्दीन, तरुण कुमार व देवेंद्र यादव भी शामिल हुए। बैठक में संभावित मंत्रियों के नामों पर चर्चा हुई। हालांकि, अंतिम निर्णय नहीं हो सका। हालांकि, सोमवार तक मंत्रिमंडल का गठन होने की बात सीएम के निकटस्थ सूत्र कह रहे हैं।
एक दर्जन नामों पर बनी सहमति
जानकारी के अनुसार, बैठक में लोकसभा चुनाव से पहले करीब डेढ़ दर्जन मंत्री बनाने को लेकर ही चर्चा हुई। 200 सदस्यीय राज्य विधानसभा का 15 प्रतिशत अर्थात सीएम और डिप्टी सीएम सहित 30 मंत्री ही बनाए जा सकते हैं। गहलोत और पायलट के शपथ लेने के बाद अब 28 मंत्री बनाए जा सकते हैं। कांग्रेस नेतृत्व लोकसभा चुनाव तक करीब डेढ़ दर्जन मंत्री ही बनाना चाहता है और फिर चुनाव के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार कर खाली पद भरे जाने का विचार है। लोकसभा चुनाव से पहले जातिगत समीकरणों व जिलों के लिहाज से संतुलन बनाने को लेकर कसरत चल रही है।
सूत्रों के अनुसार, शनिवार को राहुल गांधी के साथ हुई बैठक में गहलोत और पायलट ने अपने-अपने खेमे के विधायकों को मंत्री बनाने को लेकर पक्ष रखा। करीब एक दर्जन नामों पर तो सहमति बन गई, पांच-छह नामों पर रविवार तक सहमति बनने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री के निकटस्थ सूत्रों का कहना है कि सोमवार को राजभवन में मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।