अफसरों और विवादित नेताओं को टिकट नहीं देगी कांग्रेस
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी तय करने का अधिकार राहुल गांधी को सौंपा है। कांग्रेस ने विवादित नेताओं को टिकट नहीं देने का भी निर्णय किया है।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी तय करने का अधिकार पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को सौंपा गया है। कांग्रेस ने अधिकारियों और विवादित नेताओं को टिकट नहीं देने का भी निर्णय किया है। सोमवार को जयपुर में हुई प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में प्रत्याशी तय करने का अधिकार राहुल गांधी को सौंपने को लेकर एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया गया।
समिति के सभी सदस्यों, स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरमैन और प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव ने इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए। नेताओं ने चुनाव जीतने योग्य व्यक्ति को टिकट देने का भी निर्णय हुआ। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि गुटबाजी और विवादों में फंसे नेताओं को टिकट नहीं दिया जाना चाहिए। टिकट तय करते समय यह नहीं देखा जाना चाहिए कि कौन व्यक्ति किस नेता के निकट है, केवल जीतने की क्षमता को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
चुनाव समिति के सभी सदस्यों ने पिछले कुछ समय में सरकारी नौकरी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं को टिकट नहीं देने की बात कही। राहुल गांधी को भेजे जाने वाले प्रस्ताव में इस विषय को शामिल किया गया है। समिति के सदस्यों ने कहा कि पहले अधिकारियों को पार्टी के लिए काम करने के लिए कहा जाना चाहिए, इन्हें विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को जीताने की जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए, इसके बाद सत्ता में आने पर इन्हें कहीं अन्य स्थानों पर एडजस्ट किया जा सकता है।
वर्तमान में सेवारत अधिकारियों को भी टिकट के लिए इनकार करने की बात कही गई। बैठक में लगातार दो बार चुनाव हारने वाले नेताओं,अधिक उम्र के नेताओं, जातिगत आधारित संगठनों के पदाधिकारियों और गुटबाजी में फंसे नेताओं को टिकट देने को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में तय किया गया कि टिकट के लिए ना तो जाति का बंधन होगा और ना ही उम्र की बाधा होगी, मात्र जीताऊ को टिकट दिया जाएगा। स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरमैन कुमारी शैलजा ने बैठक के बाद बताया कि सभी नेताओं ने प्रत्याशी चयन का अधिकार राहुल गांधी को सौंपने की बात कही, इस पर एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया गया।
जिन पर प्रत्याशी तय करने की जिम्मेदारी,उन्होंने ही मांगा टिकट
प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में पूर्व केन्द्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा ने विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में हारने वाले सभी 25 नेताओं को टिकट दिया जाना चाहिए। मीणा चुनाव समिति के सदस्य हैं। मीणा के अधिक जोर देने पर स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरमैन कुमारी शैलजा ने उनसे सवाल किया कि इसकी क्या गारंटी है कि लोकसभा चुनाव हारने वाले सभी 25 नेता विधानसभा चुनाव जीत जाएंगे। समिति में शामिल कुछ अन्य पूर्व सांसदों ने भी विधानसभा का चुनाव लड़ने की इच्छा जताई, हालांकि वरिष्ठ नेताओं ने उनकी बात को नजरअंदाज किया।
बैठक में ये नेता हुए शामिल
प्रदेश कांग्रेस और चुनाव समिति अध्यक्ष सचिन पायलट, राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत,अविनाश पांडे, स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरमैन कुमारी शैलजा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.सी.पी.जोशी सहित 46 नेता बैठक में शामिल हुए। समिति के तीन सदस्य पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह, पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा और विधायक सुखराम विश्नोई व्यक्तिगत कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सके।
आम लोगों और कार्यकर्ताओं की राय से बनेगा घोषणा-पत्र
विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का चुनाव घोषणा-पत्र आम लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं की राय से बनेगा। घोषणा-पत्र में शामिल किए जाने वाले विषयों को लेकर कांग्रेस सोशल मीडिया और लिखित में राय मांगेगी। इसके लिए आईटी सेल को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिला कांग्रेस कमेटियों के माध्यम से भी सुझाव मांगे जाएंगे। पूर्व सांसद हरीश चौधरी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई घोषणा-पत्र समिति की बैठक में तय किया गया कि इस माह के अंत में घोषणा-पत्र जारी कर दिया जाएगा।