Move to Jagran APP

आज से फिर राजस्थान गौरव यात्रा लेकर निकलेंगी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे

राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बुधवार से एक बार फिर जोधपुर संभाग में राजस्थान गौरव यात्रा लेकर निकलेंगी।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 29 Aug 2018 08:51 AM (IST)Updated: Wed, 29 Aug 2018 08:51 AM (IST)
आज से फिर राजस्थान गौरव यात्रा लेकर निकलेंगी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे
आज से फिर राजस्थान गौरव यात्रा लेकर निकलेंगी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे

जयपुर, जेएनएन। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बुधवार से एक बार फिर जोधपुर संभाग में राजस्थान गौरव यात्रा लेकर निकलेंगी। इस बार वे पाली, जालौर, सिरोही और बाड़मेर जिलों में जाएंगी। आशंका जताई जा रही है कि जोधपुर संभाग के इस चरण में यात्रा को अधिक मुखर विरोध का सामना करना पड़ सकता है। विशेषकर राजपूत समुदाय की नाराजगी इस चरण में ज्यादा सामने आ सकती है। इसी को देखते हुए कई जगह स्वागत कार्यक्रम रद्द कर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

prime article banner

राजे की राजस्थान गौरव यात्रा के जोधपुर संभाग के कार्यक्रम को दो भागों में बांटा गया था। रक्षाबंधन और कुछ विशेष बैठकों के कारण यात्रा में तीन दिन का अवकाश रखा गया था। अब इस संभाग में बुधवार से यात्रा पाली जिले के जैतारण से शुरू होगी और दो सितंबर तक चलेगी। जोधपुर संभाग की यात्रा के पहले दो दिनों में राजे को कई जगह राजनीतिक विरोध का सामना करना पड़ा और पीपाड़ सिटी में तो पथराव की घटना भी सामने आई। दूसरे चरण में राजे पाली, जालौर, सिरोही, बाड़मेर जिले के विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगी।

मालूम हो, इन जिलों की 21 विधानसभा क्षेत्रों में 19 पर भाजपा का कब्जा है। पाली और सिरोही में सभी सीटों पर भाजपा जीती थी। वहीं, बाड़मेर व जलौर की एक-एक सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, लेकिन अब हवा कुछ बदली हुई है और बताया जा रहा है कि पाली में शायद इतना विरोध सामने न आए लेकिन सिरोही, जालौर और बाड़मेर में यात्रा को विरोध का सामना करना पड़ सकता है। सिरोही में सरकार के खिलाफ पिछले दिनों कांग्रेस ने कई उग्र प्रदर्शन किए हैं।

भाजपा की ओर से निकाली जा रही राजस्थान गौरव यात्रा के तहत ही विधायकों और सांसदों की ओर से निकाली जा रही उपयात्रओं को भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार देर रात कोटा के सांगोद विधानसभा क्षेत्र में सांगोद विधायक हीरालाल नागर की ओर से निकाली जा रही गौरव विकास यात्रा पर पथराव हुआ। पूर्व मंत्री भरत सिंह के गांव कुंदनपुर में पहुंची यात्रा का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया। साथ ही काले झंडे दिखाते हुए वाहनों पर पथराव किया। पुलिस ने लाठियां भांजते हुए कार्यकर्ताओं को खदेड़ा।

सोमवार रात करीब 9 बजे विधायक नागर की विकास गौरव यात्रा कुंदनपुर पहुंची। यहां पहले ही विरोध की आशंका थी, इसलिए यात्रा पुलिस की मौजूदगी में निकाली गई। यात्रा जैसे ही कुंदनपुर गांव में पहुंची कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यात्रा में साथ चल रहे वाहनों पर पथराव कर दिया। इस दौरान पुलिस ने अश्रु गैस छोड़कर भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया। साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प भी हुई। पुलिस को लाठियां चलानी पड़ीं। लाठीचार्ज से आधा दर्जन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चोट भी आई। बाद में विधायक के साथ भाजपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में थाने पहुंचे और इसकी शिकायत दी।

अब अतिरिक्त सतर्कता

गौरव यात्रा पर पथराव और आगे विरोध की आशंका को देखते हुए पुलिस और प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। डीआईजी राघवेंद्र सुहासा दो दिन से जिलों के दौरे पर हैं तथा पुलिस अधीक्षकों की मीटिंग लेकर अतिरिक्त इंतजाम करने में लगे हैं। संभागीय आयुक्त ललितकुमार ने भी पाली, जालौर, सिरोही व बाड़मेर के कलेक्टर से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बात कर कानून व्यवस्था व प्रशासनिक इंतजामों की समीक्षा की थी। पाली जिले के सोजत क्षेत्र में पुलिस महानिरीक्षक (स्पेशल) एनआरके रेड्डी और अन्य पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। सुरक्षा के मद्देनजर जैतारण और सोजत के बीच होने वाले सभी स्वागत कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। जैतारण में आमसभा करने के बाद राजे हेलीकॉप्टर से ही सोजत पहुंचेगी। इसके बाद वह सड़क मार्ग से पाली जाएंगी। जहां सभा होनी है, वहां भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मुख्यमंत्री के स्टेज से आज जनता के बीच करीब 70 फीट की दूरी रखी गई है।

सबकी नजर बाड़मेर पर

इस दौरे में सबकी नजर बाड़मेर पर टिकी है। बाड़मेर जिले की सात सीटों में से बाड़मेर पर कांग्रेस का कब्जा है और बाड़मेर ही वह जिला है, जहां राजपूत समुदाय का विरोध खुलकर सामने आने की बात कही जा रही है। यहां की शिव विधानसभा सीट के विधायक मानवेन्द्र सिंह अपने क्षेत्र में यात्रा  नहीं चाहते। वे 22 सितंबर को पचपदरा में खुद का बड़ा शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं। उनके साथ सबसे ज्यादा समर्थन राजपूत समुदाय का ही बताया जा रहा है। वैसे भी यहां जाट और राजपूत समुदाय के बीच की टकराहट कई बार खुलकर सामने आ चुकी है। हालांकि यात्रा के सह संयोजक अशोक परनामी से जब मानवेन्द्र सिंह के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने इसे सिर्फ एक राजनीतिक गॉसिप बता कर खारिज कर दिया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.
OK