अशोक गहलोत बोले, भ्रष्टाचार का अड्डा थी पीके की टीम
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि कमल का फूल तो उसी दिन मुरझा गया था, जिस दिन देश में मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी।
जागरण संवाददाता, जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने प्रशांत किशोर (पीके) और उनकी टीम को भ्रष्टाचार का अड्डा बताते हुए कहा कि अच्छा हुआ उनसे कांग्रेस का पीछा छूट गया। गहलोत ने सोमवार को प्रशांत किशोर को लेकर यह बयान उस विवाद पर दिया है, जिसमें दिल्ली से कांग्रेस नेताओं के पास फोन आ रहे हैं। फोन करने वाले खुद को पीके की टीम का सदस्य बताते हुए टिकट पक्का होने की बात कह रहे हैं, जिन्हें फोन किया जाता है उनका नाम सर्वे में आने की बात भी कही जाती है। प्रशांत किशोर कुछ समय पहले ही जद (यू) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के चुनाव अभियान की जिम्मेदारी संभालने वालों में प्रशांत किशोर प्रमुख थे। इसके बाद उत्तर प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के चुनाव अभियान की कमान संभाली थी।
सोमवार को जयपुर में एक पत्रकार वार्ता में गहलोत ने कहा कि ठगी के लिए नेताओं के पास जो फोन जा रहे हैं, वे पीके की टीम के नाम से आ रहे हैं। फोन करने वाले पैसों की मांग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह के फोन आने पर कुछ टिकटार्थी दिल्ली तक पहुंच गए। गहलोत ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पहले तो सीएम वसुंधरा राजे के नाम और फेस पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, लेकिन हालात खराब होती देख अब कार्यकर्ताओं से कह रहे हैं कमल के फूल पर वोट मांगो। सीएम के प्रति लोगों में आक्रोश है। गहलोत ने कहा कि कमल का फूल तो उसी दिन मुरझा गया था, जिस दिन देश में मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी।
हमारी विरासत पर कब्जा वो रहे रहे हैं
गहलोत ने कहा कि भाजपा को अब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सरदार पटेल और सुभाष चंद्र बोस याद आ रहे हैं। गांधी की हत्या भाजपा की विचारधारा वाले व्यक्ति ने की थी। सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था। लेकिन अब वोट के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा नेता इन सब महापुरुषों को याद कर रहे हैं। गहलोत ने कहा कि गांधी, पटेल और बोस हमारी विरासत थी, लेकिन अब ये इस पर कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ भी नीचे आ रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर मनरेगा योजना को कमजोर करने का भी आरोप लगाया।
अवैध बजरी खनन का पैसा ऊपर तक पहुंचता है
प्रदेश में अवैध बजरी खनन का आरोप लगाते हुए गहलोत ने कहा कि बजरी माफियाओं का पैसा ऊपर तक पहुंचता है। रिसर्जेट राजस्थान का उद्योगपतियों का स्नेह मिलन बताते हुए गहलोत ने कहा कि इस अायोजन में करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन प्रदेश में इनवेंस्टमेंट बिल्कुल नहीं आया।