भाजपा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के खिलाफ दर्ज सभी केस वापस होंगे
चुनाव से पहले राजस्थान सरकार राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा,उनकी पत्नी गोलमा के खिलाफ दर्ज सभी तरह के मामले वापस लेने की तैयारी कर रही है।
जयपुर, जागरण संवाददता। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजस्थान सरकार राज्यसभा सदस्य डॉ .किरोड़ी लाल मीणा और उनकी विधायक पत्नी गोलमा देवी के खिलाफ दर्ज सभी तरह के मामले वापस लेने की तैयारी कर रही है। इस बारे में मुख्यमंत्री सचिवालय ने गृह विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है।
मीणा के खिलाफ दर्ज मुकदमें वापस लेने को लेकर अगले कुछ दिनों में अधिकारिक रूप से आदेश जारी हो जाएंगे। करीब 40 विधानसभा सीटों पर प्रभाव रखने वाले मीणा समाज के दिग्गज नेता किरोड़ी लाल ने राजपा से इस्तीफा देकर इसी साल मार्च में भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद मीणा को राज्यसभा में भेजा गया था। भाजपा में शामिल होते समय किरोड़ी लाल मीणा और बीजेपी नेताओं के बीच राज्यसभा में भेजने के साथ ही मुकदमें वापस लेने पर सहमति हुई थी।
इसी पर अमल करते हुए सरकार की ओर से जयपुर, दौसा, अलवर और सवाई माधोपुर के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों से मीणा दम्पति के खिलाफ दर्ज मामलों की रिपोर्ट मांगी थी जो मिल चुकी है। अब सरकार मारपीट, अभद्रता और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के पुलिस थानों में दर्ज सभी मामले वापस लेने जा रही है।
गैंगरेप का मामला वापस नहीं होगा
हालांकि, किरोड़ी लाल मीणा पर 21 साल की युवती से गैंगरेप के मामला वापस नहीं होगा। दो साल पहले एक युवती ने 12 लोगों के खिलाफ थाने में गैंगरेप का केस दर्ज कराया था,जिसमें किरोड़ीलाल मीणा का नाम भी है। जयपुर में पुलिस ने इस गैंगरेप को मामले को आगे की जांच के लिए सीआईडी के क्राइम ब्रांच को सौंप दी थी। गैंगरेप में मीणा समेत अन्य आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376डी, 366, 344 और 323 के तहत केस दर्ज है।
गुर्जर नेताओं के भी केस वापस लिए गए थे
इससे पहले राजस्थान के बहुचर्चित गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान गुर्जर नेताओं के खिलाफ दर्ज राजद्रोह का केस वसुंधरा सरकार ने वापस ले लिए थे। सरकार के इस फैसले से 22 गुर्जर नेताओं को राहत मिली थी। इन सभी के खिलाफ राजद्रोह सहित कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किए गए थे, पुलिस ने इन सभी केसों पर एफआर लगा दी।