Move to Jagran APP

जहां शिअद के खिलाफ पकती थी सियासी खिचड़ी, उसी घर में हुआ बादल पिता-पुत्र का स्वागत

श्री मुक्तसर साहिब के जिस घर में कभी शिअद के खिलाफ सियासी खिचड़ी पका करती थी उसी घर में शिअद का कार्यक्रम हुआ।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 09:27 AM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 03:15 PM (IST)
जहां शिअद के खिलाफ पकती थी सियासी खिचड़ी, उसी घर में हुआ बादल पिता-पुत्र का स्वागत
जहां शिअद के खिलाफ पकती थी सियासी खिचड़ी, उसी घर में हुआ बादल पिता-पुत्र का स्वागत

श्री मुक्तसर साहिब [सरबजीत सिंह]। जिस घर में कभी शिअद के खिलाफ सियासी खिचड़ी पका करती थी, उसी घर में शिअद का कार्यक्रम हुआ। पूर्व कांग्रेस सांसद जगमीत बराड़ को शिअद में शामिल करवाने उनके निवास पहुंचा पूरा बादल परिवार जगमीत बराड़ का गुणगान करता नजर आया। बराड़ ने भी बादल परिवार की जमकर तारीफ की।

prime article banner

सुखबीर ने जगमीत बराड़ को सिरोपा पहनाकर व शिअद का बैच लगाकर पार्टी में शामिल किया। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भी जगमीत को सिरोपा भेंट किया। बराड़ ने सुखबीर बादल को अपना छोटा भाई और प्रकाश सिंह बादल को पिता समान बताया। जगमीत बराड़ के निवास पर शिअद के दिग्गज नेताओं के आगमन से सियासी माहौल बदला नजर आ रहा था।

बराड़ कुछ मायूस नजर आए। वह बार-बार अपने भाई रिपजीत सिंह से सलाह कर रहे थे। हालांकि, बीच-बीच वह किसी बात को लेकर मुस्कराते भी रहे। जगमीत सिंह बराड़ विधायक कंवरजीत सिंह रोजी बरकंदी के रिश्तेदार हैं, लेकिन फिर भी वह पूरे कार्यक्रम के दौरान चुपचाप रहे। रोजी बरकंदी ने किसी से कोई बात नहीं की। उनके भाई रिपजीत सिंह बराड़ ने खुद ही स्टेज संभाली।

पहले बड़े बादल तो बाद में आए सुखबीर

जगमीत बराड़ के घर पर बादल परिवार के आने से पहले पूर्व विधायक बलदेव बल्लमगढ़, उद्योगपति राजन सेतिया, शिरोमणि कमेटी सदस्य नवतेज कौणी, पूर्व विधायक फरीदकोट मनतार सिंह बराड़, भाजपा के सीनियर नेता कुलदीप सिंह भंगेवाला पहले ही मौजूद थे। भले ही सभी को समय 11:30 बजे का दिया गया था, लेकिन बड़े बादल 12:08 पर आए। इनकी जगमीत सिंह बराड़ ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।

उनके स्टेज पर पहुंचने के बाद 12:33 पर सुखबीर सिंह बादल व हरसिमरत कौर बादल आए। इनके साथ ही पूर्व विधायक हरप्रीत सिंह, गिद्दड़बाहा के प्रभारी हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों, जोगिंदर सिंह पंजगराईं, परमबंस बंटी रोमाणा, गुरतेज सिंह घुडिय़ाना भी आ आए। उनके स्टेज पर बैठने के तुरंत बाद ही बिक्रम सिंह मजीठिया भी आ पहुंचे। हालांकि, सुखबीर बादल व हरसिमरत कौर बादल एक साथ आए थे।

जगमीत आज का हीरो व दूल्हा: बादल

पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने बराड़ को आज का हीरो व लाड़ा (दूल्हा) बताया। कहा, 'मेरे पास दिल व दिमाग पढऩे वाली पावर है। मुझे पता है कि जगमीत का दिल व दिमाग पूरी तरह से पंथक है। जो लोग मुझसे सलाह-मशविरा किया करते थे, अब वो जगमीत से सलाह ले सकते हैं। वे भी सियासत में अच्छी पकड़ रखते हैं। बाकी तो सभी तूल देने वाले ही हैं।

जगमीत के सामने आते ही दहशतजदा हो जाती थी : हरसिमरत

हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि जगमीत बराड़ बहुत जबरदस्त प्रवक्ता हैं। प्रचार के दौरान बराड़ जब भी उनके सामने आ जाते थे तो उनके मन में दहशत पैदा हो जाती थी। प्रचार के दौरान जगमीत बराड़ की माता भी कई बार इनके साथ होती थीं। उनके हाथों में हर दम माला रहती थी। उन्हें देखकर मैं भी माला फेरने लगती। बराड़ से काफी कुछ सीखने को मिला है। ये उनकी घर वापसी है।

जगमीत के आने से कांग्रेस का होगा खात्मा : सुखबीर बादल

सुखबीर बादल ने कहा कि जगमीत के साथ ही उनका सियासी जीवन शुरू हुआ था। उन्होंने जगमीत के साथ ही बराबर चुनाव लड़ा। उस समय उन्हें तो भाषण देना भी नहीं आता था, जबकि जगमीत बराड़ उस समय वरिष्ठ नेताओं में शामिल थे। सुखबीर बोले कि उन्हें उन दिनों गुरदेव बादल भाषण के सिखाया करते थे। जगमीत बराड़ जैसे दमदार नेता के शिअद में आने से कांग्रेस तो पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।

भाजपा का नहीं किया किसी ने जिक्र

कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के नेता पहुंचे हुए थे। आधे कार्यक्रम के दौरान किसी ने उनका जिक्र तक नहीं किया। जब सुखबीर बादल बोलकर गए तो उसके बाद जाकर रिपजीत बराड़ ने भाजपा के नेताओं का जिक्र किया।

जगमीत का फैसला भावनाओं के खिलाफ : खैहरा

बठिंडा से पीडीए प्रत्याशी सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि जगमीत सिंह बराड़ का शिअद में जाने का फैसला उनकी भावनाओं के अनुकूल नहीं है। वह अच्छे नेता हैं व अच्छे वक्ता हैं। वैसे तो यह उनका अपना फैसला है, लेकिन मेरे हिसाब से यह उचित नहीं है। यह जमीन के साथ जुड़ता फैसला नहीं है।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.