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लोकसभा चुनाव 2019: सुखबीर बादल लड़ेंगे फिरोजपुर से चुनाव, कहा- घोषणा शीघ्र

पंजाब में लोकसभा चुनाव में शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल फिरोजपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे। इस बारे में उन्‍हाेंने खुद संकेत दिए।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 09:18 AM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 09:05 PM (IST)
लोकसभा चुनाव 2019: सुखबीर बादल लड़ेंगे फिरोजपुर से चुनाव, कहा- घोषणा शीघ्र
लोकसभा चुनाव 2019: सुखबीर बादल लड़ेंगे फिरोजपुर से चुनाव, कहा- घोषणा शीघ्र

चंडीगढ़, [इन्द्रप्रीत सिंह]। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ही फिरोजपुर से पार्टी के प्रत्याशी होंगे, यह लगभग तय हो गया है। इसकी औपचारिक घोषणा शीघ्र कर दी जाएगी। वह अपनी कैंपेन 23 अप्रैल को अबोहर से शुरू करेंगे। सुखबीर ने अबोहर में एक बैठक में स्पष्ट किया कि वह फिरोजपुर से लोकसभा चुनाव लडऩे जा रहे हैैं। उन्होंने अबोहर के सभी वार्डों के पार्षदों और पंचायत सदस्यों के साथ वर्कर मीटिंग भी आयोजित करने को कहा है। बैठक में मौजूद भाजपा विधायक अरुण नारंग ने इसकी पुष्टि की है।

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अबोहर से 23 अप्रैल को करेंगे प्रचार की शुरुआत

उल्लेखनीय है कि फिरोजपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाली जलालाबाद विधानसभा सीट से सुखबीर इस समय विधायक हैैं। इसी लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले मुक्तसर विधानसभा क्षेत्र के सीनियर नेता और फरीदकोट से कांग्रेस के पूर्व सांसद जगमीत सिंह बराड़ शुक्रवार को अकाली दल में शामिल हो रहे हैैं। इससे साफ संकेत दिए जा रहे हैं कि सुखबीर अपनी जीत के लिए कोई भी वार खाली नहीं जाने देंगे।

बराड़ के शिअद में शामिल होने से जहां यह कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें फिरोजपुर का टिकट दिया जाएगा, लेकिन अब साफ है कि फिरोजपुर से सुखबीर ही लड़ेंगे। पार्टी के सीनियर नेताओं को लगता है कि सुखबीर के फिरोजपुर से चुनाव में उतरने का असर जहां बठिंडा व फरीदकोट लोकसभा सीटों पर पड़ेगा वहीं, खडूर साहिब क्षेत्रों पर भी पड़ेगा जो फिरोजपुर जिले के तहत आते हैैं।

पार्टी में काफी समय से यह चर्चा थी कि हरसिमरत कौर बादल बठिंडा के बजाय फिरोजपुर से लड़ें, लेकिन कोर कमेटी में फैसला नहीं हो सका। सीनियर नेताओं का कहना था कि हरसिमरत सीट बदलेंगी तो इसका अन्य सीटों पर नकारात्मक असर पड़ेगा।

इसके अलावा यह भी तर्क दिया जा रहा था कि सुखबीर खुद चुनाव लड़े तो दूसरी सीटों पर प्रचार के लिए कद्दावर नेता की कमी पड़ जाएगी। लेकिन संकट के दौर से गुजर रही पार्टी को लेकर आम सहमति थी कि अपनी साख को बहाल करने के लिए मजबूत उम्मीदवारों को मैदान में उतरना चाहिए।

इसी के चलते जहां पार्टी ने सुखबीर बादल को उतारने का फैसला किया है वहीं, संगरूर से पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा और जालंधर से पूर्व स्पीकर चरणजीत सिंह अटवाल को टिकट दी गई है। इस तरह से पार्टी ने ज्यादातर सीनियर लीडरशिप को चुनाव मैदान में उतार दिया है।


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