Punjab Exit Poll 2019: कांग्रेस को आठ से 10 सीटें, शिअद-भाजपा को 3 से 4
पंजाब में अंतिम चरण के मतदान की समाप्ति के बाद विभिन्न न्यूज चैनल और एजेंसियों के एग्जिट पोल में पंजाब कांग्रेस को बढ़त बनती साफतौर पर दिख रही है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब में अंतिम चरण के मतदान की समाप्ति के बाद विभिन्न न्यूज चैनल और एजेंसियों के एग्जिट पोल में पंजाब कांग्रेस को बढ़त बनती साफतौर पर दिख रही है। लगभग सभी ने कांग्रेस को आठ से 10 सीटें दी हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल को चार और आम आदमी पार्टी को एक सीट जाती दिखाई दे रही है।
काबिलेगौर है कि पंजाब में चुनाव प्रचार के दौरान भी लगभग इसी तरह का माहौल बनता दिख रहा था। शिअद-भाजपा को बठिंडा, फिरोजपुर और गुरदासपुर सीट आती दिखाई दे रही हैं, जबकि होशियारपुर में भाजपा कांग्रेस के साथ सख्त मुकाबले में दिखाई पड़ रही है। आम आदमी पार्टी को संगरूर में सफलता मिल सकती है, जबकि शेष सभी सीटें कांग्रेस की बढ़त में है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी अपने सभी मंत्रियों और विधायकों से अपने अपने क्षेत्र में लीड न घटने देने के लिए ताकीद किया था। प्रचार के दौरान इसका असर भी लगभग सभी सीटों पर दिखाई दिया।
कांग्रेस के विधायक और मंत्री कई सीटों पर एकजुटता के साथ काम करते नजर आए। खासतौर पर पटियाला और गुरदासपुर में विधायकों ने जी जान से काम किया। इसका असर मतदान फीसद के ज्यादा होने से भी लगाया जा सकता है। मालवा क्षेत्र में डेरा सच्चा सौदा की ओर से अंदरखाते कांग्रेस को समर्थन दिए जाने के बाद पटियाला, बठिंडा और फरीदकोट सीटों पर पार्टी बढ़त बनाती दिखाई दे रही है।
संगरूर सीट पर एक बार फिर से आम आदमी पार्टी के भगवंत मान आज बढ़त बनाते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, मालेरकोटला जैसी सीट पर वोटिंग कांग्रेस के पक्ष में हुई है। यह मुस्लिम बहुल सीट है, जहां शिरोमणि अकाली दल भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार व पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा काफी मशक्कत के बावजूद यहां पिछड़ते नजर आ रहे हैं। फिरोजपुर सीमांत सीट पर डेरा सच्चा सौदा की ओर से शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल के पक्ष में वोट दी गई बताई जाती है।
अमृतसर में भाजपा के लिए फिर निराशा
बठिंडा जहां पंजाब में सबसे ज्यादा मतदान होता दिखाई दे रहा है वहां भी डेरा का प्रभाव स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है। जिन विधानसभा सीटों पर डेरा की वोट ज्यादा है, वहां पर वोटिंग भी काफी ज्यादा हुई है। अगर डेरा की ओर से कांग्रेस को समर्थन देने की बात सही साबित होती है, तो शिरोमणि अकाली दल की बीबी हरसिमरत कौर बादल के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। यह अलग बात है कि हरसिमरत कौर बादल को इस बार बठिंडा शहर से काफी वोट पड़ती नजर आ रही है। अमृतसर में भाजपा को साफ नुकसान होता दिखाई दे रहा है। पार्टी के उम्मीदवार हरदीप पुरी संसदीय क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने में नाकाम साबित हुए।
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