विधायक प्रो बलजिंदर कौर होंगी बठिंडा से आप प्रत्याशी, हरसिमरत कौर को देंगी चुनौती
लोकसभा चुनाव 2019 में आम आदमी पार्टी ने विधायक बलजिंदर कौर को बठिंडा से प्रत्याशी घोषित किया है। वह हरिसिमरत कौर बादल को चुनौती देंगी।
चंडीगढ़, [इन्द्रप्रीत सिंह]। आम आदमी पार्टी ने बठिंडा लोकसभा हलके से प्रो. बलजिंदर कौर को चुनावी मैदान में उतार दिया है। हालांकि अभी इस सीट पर दोनों प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने अपने कैंडीडेट खड़े नहीं किए हैं लेकिन यह तय माना जा रहा है कि इस सीट पर शिअद की ओर से हरसिमरत कौर बादल ही लड़ेंगी। वहीं, आप ने खडूर साहिब से मनजिंदर सिंह सिद्धू को पार्टी उम्मीदवार बनाया है।
प्रो. बलजिंदर कौर तलवंडी साबो से विधायक हैं और पार्टी की मुख्य वक्ता व महिला विंग की पर्यवेक्षक भी हैं। वह तलवंडी साबो के गांव जग्गाराम तीर्थ की हैंं। अंग्रेजी भाषा में एमए और एमफिल शिक्षा प्राप्त बलजिंदर ने आम आदमी पार्टी में आने से पहले फतेहगढ़ साहिब में अध्यापिका भी रह चुकी हैं। वह दो बार तलवंडी साबो से चुनाव लड़ चुकी हैं।
शिअद, कांग्रेस के साथ सुखपाल खैहरा से भी टक्कर लेनी होगी बलजिंदर कौर को
2014 की तलवंडी साबो से उपचुनाव लड़ा था लेकिन तब उन्हें मात्र 14 हजार वोट ही मिले। 2017 की विधान सभा में वह चुनाव मैदान में उतरीं और आप की टिकट पर 19833 वोटों के अंतर से चुनाव जीतीं। बठिंडा ससंदीय हलका आम आदमी पार्टी के लिए अहम है।
2017 के विधानसभा चुनाव में इस संसंदीय क्षेत्र में पड़तीं 9 सीटों में से पांच सीटें आम आदमी पार्टी ने जीतीं थीं। इनमें तलवंडी साबो से बलजिंदर कौर, बठिंडा देहाती से रूपिंदर कौर रूबी, मौड़ से जगदेव सिंह कमालू, बुढलाढ़ा से प्रिंसिपल बुधराम और मानसा से नाजर सिंह मानशाहिया जीते थे लेकिन जब सुखपाल खैहरा ने पार्टी से बगावत कर दी तो जगदेव सिंह व नाजर सिंह मानशाहिया उनके साथ चले गए।
सुखपाल खैहरा खुद भी कपूरथला जिले की भुलत्थ सीट को छोड़कर बठिंडा सीट पर ही जोरआजमाइश कर रहे हैं। यानी बठिंडा सीट पर जहां आम आदमी पार्टी की बलजिंदर कौर को कांग्रेस और अकाली दल जैसी रवायती पार्टियों से टक्कर लेनी पड़ेगी वहीं, अपनी पार्टी के बागी नेता सुखपाल खैहरा को भी चुनौती देनी होगी।
तय माना जा रहा है कि शिरोमणि अकाली दल इस सीट पर दो बार से सांसद चली आ रही हरमिसरत कौर बादल को ही खड़ा करने वाला है। जिन्होंने पिछले संसदीय चुनाव में अपने देवर मनप्रीत बादल को 18 हजार से ज्यादा मतों से हराया था। कांग्रेस ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। पार्टी को किसी सशक्त हिंदू चेहरे की तलाश है। मौजूदा लोक निर्माण मंत्री विजय इंद्र सिंगला का नाम भी इस सीट पर चल रहा है। वह कैप्टन अमरिंदर सिंह की पसंद बताए जाते हैं। यदि वह यहां खड़े हो जाते हैं तो तीन विधायकों और निवर्तमान सांसद की आपस में टक्कर होगी।