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पंजाब में आम आदमी पार्टी को लग सकते हैं झटके, टकसाली शिअद से गठबंधन अधर में

Loksabha Election 2019 में पंजाब में आम आदमी पार्टी को झटके लग सकते हैं। आप का टकसाली शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन अधर में पड़ गया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 15 Mar 2019 10:20 AM (IST)Updated: Fri, 15 Mar 2019 10:20 AM (IST)
पंजाब में आम आदमी पार्टी को लग सकते हैं झटके, टकसाली शिअद से गठबंधन अधर में
पंजाब में आम आदमी पार्टी को लग सकते हैं झटके, टकसाली शिअद से गठबंधन अधर में

चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। दिल्ली-हरियाणा के बाद अब आम आदमी पार्टी को पंजाब में भी झटका लग सकता है। आप और शिरोमणि अकाली दल टकसाली के बीच गठबंधन की बातचीत अधर में आ गई है। गठबंधन न टूटे इसके लिए आप नए फार्मूले पर काम कर रही है। विभिन्न राज्यों में मिल रहे झटकों को देखते हुए आप पंजाब में गठबंधन के साथ ही चुनाव मैदान में उतरना चाह रही है। इसके लिए आप विवाद में फंसी आनंदपुर साहिब की सीट को खुला छोड़कर बाकी सीटों पर भी अकाली दल टकसाली से समझौता कर सकती है।

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आनंदपुर साहिब सीट को लेकर फंसा पेंच, 12 सीटों पर आप व टकसाली तालमेल से लड़ सकते हैं चुनाव

गठबंधन को लेकर आप और टकसाली के बीच कई चरणों में बातचीत हो चुकी है। मुख्‍य पेंच आनंदपुर साहिब सीट को लेकर ही फंसा हुआ है। आप ने यहां से नरेंदर सिंह शेरगिल को उम्मीदवार बनाया है और टकसाली शिअद ने बीर दविंदर सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है।

दोनों में से कोई भी पार्टी इस सीट से पीछे हटने को तैयार नहीं है। जानकारी के अनुसार आप ने टकसाली शिअद को यह विकल्प दिया था कि वह चाहे तो बीर दविंदर सिंह को बठिंडा से चुनाव लड़वा ले। आप ने कहा था कि वह टकसाली शिअद के लिए 13 में से तीन सीटें छोड़ देगी, लेकिन टकसाली आनंदपुर साहिब सीट छोड़ने को तैयार नहीं है। इसके कारण गठबंधन अधर में अटक गया है।

आप ने अपनाया नया फार्मूला

देश के अन्य राज्यों से मिल रहे झटके को देखते हुए आप ने नया फार्मूला अपनाया है। इसके तहत आनंदपुर साहिब सीट पर दोनों पार्टियों का समझौता नहीं होगा। बाकी १२ सीटों पर दोनों पार्टियां गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेंगी। सूत्र बताते हैं कि आप ने इस फार्मूले से अकाली दल टकसाली के प्रधान रंजीत सिंह ब्रह्मïपुरा को अवगत करवा दिया है। अब इस पर फैसला ब्रह्मïपुरा को लेना है।

शिरोमणि अकाली दल टकसाली के अध्‍यक्ष रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा।

टकसाली कर रहे फार्मूले पर विचार

वहीं, टकसाली नेता अब इस फार्मूले की बारीकियों का विचार कर रहे हैं। अकाली दल टकसाली का मुख्य फोकस खडूर साहिब और आनंदपुर साहिब सीट पर है। आप का माझा व दोआबा में कोई खास आधार नहीं है। जबकि आनंदपुर साहिब सीट पर अगर अलग-अलग ही लडऩा है तो क्या गठबंधन किया जाए या नहीं।

अभी गठबंधन की उम्मीदें बरकरार : ब्रह्मपुरा

'' गठबंधन को लेकर बातचीत अभी चल रही है। आप प्रधान अरविंद केजरीवाल ने कुछ सकारात्मक संकेत दिए हैं। अभी गठबंधन होने की उम्मीदें बरकरार हैं।

                                                                              - रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा, प्रधान, अकाली दल टकसाली।


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