Loksabha Election 2019: हरसिमरत बठिंडा व सुखबीर बादल फिरोजपुर से लड़ सकते हैं चुनाव
Loksabha Election 2019 में हरसिमरत कौर बादल अौर सुखबीर बादल बठिंडा और फिरोजपुर सीट से मैदान में उतर सकते हैं।
चंडीगढ़, [निर्मल सिंह मानशाहिया]। Loksabha Election 2019 में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने ख़ुद चुनाव मैदान में उतरने का मन बना लिया है। बताया जाता है कि उन्होंने फिरोजपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है। इसके साथ ही हरसिमरत कौर बादल के बठिंडा सीट से ही लड़ने का फैसला भी हो चुका है। दोनों के नामों को पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी के सरपरस्त प्रकाश सिंह बादल ने भी हरी झंडी दे दी है।
शिअद की कोर कमेटी में फैसला, लुधियाना को छोड़ सभी सीटों पर प्रत्याशी तय किए
शिअद कार्यकर्ता के साथ बैठकों के दौरान मिली फीडबैक और पार्टी की सीनियर लीडरशिप की सलाह पर सुखबीर ने दबे स्वर में हामी भर दी है। वह ख़ुद भी फिरोजपुर हलके में काफी समय से दौरे कर रहे हैैं और कार्यकर्ता की नब्ज टटोलने में लगे हुए हैं।
पिछले दिनों बादल की मौजूदगी में अकाली दल की कोर कमेटी की बैठक में पार्टी के सभी नेताओं ने सुखबीर को सलाह दी थी कि यदि वे फिरोजपुर से चुनाव लड़ते हैैं तो वर्करों का हौसला बढ़ेगा। इसका पार्टी द्वारा लड़ी जा रही सभी दस सीटों पर अच्छा असर होगा। बठिंडा, फरीदकोट, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब और खडूर साहिब सीटों पर जीत हासिल करने में ज्यादा आसानी होगी। मीटिंग में एक जत्थेदार ने सुखबीर को सलाह देते हुए कहा, 'बच्चा जी, यदि जनरल खुद आगे होकर लड़े तो फौज के हौसले बुलंद होते हैैं।
नौ प्रत्याशी फाइनल
संगरूर- परमिंदर सिंह ढींडसा फतेहगढ़ साहिब - दरबारा सिंह, आनंदपुर साहिब - प्रेम सिंह चंदूमाजरा, पटियाला - सुरजीत सिंह रखड़ा, फरीदकोट - पूर्व जस्टिस निर्मल सिंह। खडूर साहिब से बीबी जागीर कौर और जालंधर से चरणजीत सिंह अटवाल की घोषणा पहले ही हो चुकी है। लुधियाना सीट पर फैसला नहीं हुआ है।
हारना मंजूर, भागना नहीं : हरसिमरत
बैठक में हरसिमरत ने ख़ुद बठिंडा हलके से ही चुनाव लड़ने पर जोर दिया। कहा कि सीट बदली तो विरोधी कहेंगे डरकर भाग गईं। भागने के बजाय हारना मंजूर है।
पार्टी जो भी सेवा लगाएगी उसे निभाऊंगा : सुखबीर
सुखबीर ने कहा कि पार्टी जहां ,जो सेवा लगाएगी, उसे निभाएंगे। पार्टी का हुक्म हमेशा माना है। कोर कमेटी का फैसला अंदरूनी मामला है, जल्द सभी प्रत्याशी घोषित कर दिए जाएंगे।